एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया दो दिन के लेह दौरे पर थे। पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास चीन ने 10 हजार से ज्यादा सैनिक तैनात किए हैं। ऐसे में एयरफोर्स चीफ ने किसी भी हालात से निपटने की ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया।एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया दो दिन के लेह दौरे पर थे। पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास चीन ने 10 हजार से ज्यादा सैनिक तैनात किए हैं। ऐसे में एयरफोर्स चीफ ने किसी भी हालात से निपटने की ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया।एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया बुधवार को अचानक लेह पहुंचे, इसके बाद वे श्रीनगर एयरबेस भी गएदैनिक भास्कर Jun 19, 2020, 05:56 PM ISTनई दिल्ली. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, लद्दाख और तिब्बत रीजन में अगर एयरफोर्स को किसी ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है तो वह लेह, श्रीनगर, अवंतीपुर, बरेली, आदमपुर, लुधियाना के हलवाड़ा, अंबाला और सिरसा के एयरबेस का इस्तेमाल कर सकेगा। इन एयरबेस के जरिए भारत के फाइटर प्लेन बेहद कम वक्त में लद्दाख बॉर्डर तक पहुंच सकते हैं।चीन की बात करें तो भारत पर हमले की स्थिति में उसके प्लेन को होटान और गार गुंसा से उड़ान भरनी होगी। इससे उन्हें 14 हजार फीट ऊंची बॉर्डर तक आने में भारत के मुकाबले ज्यादा वक्त लगेगा।चीन ने लगातार चौथे दिन कहा- जो हुआ, उसकी जिम्मेदारी भारत कीचीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाऊ लिजियन ने शुक्रवार को लगातार चौथे दिन एक जैसा बयान दिया। उन्होंने कहा- सही क्या है और गलत क्या है, यह एकदम साफ है। जो कुछ हुआ, उसकी पूरी जिम्मेदारी भारत की है। भारत-चीन बातचीत कर रहे हैं।ऑल पार्टी मीटिंग से पहले राहुल बोले- सरकार गहरी नींद में थी, हमारे जवानों ने इसकी कीमत चुकाईराहुल गांधी ने भारत-चीन झड़प के मुद्दे पर लगातार तीसरे दिन सरकार पर निशाना साधा है। चीन के मुद्दे पर ऑल पार्टी मीटिंग से पहले राहुल ने 3 बातें कहीं...1. गलवान में चीन का हमला सोची-समझी साजिश थी।2. सरकार गहरी नींद में थी, उसने समस्या को नहीं समझा।3. शहीद हुए जवानों ने इसकी कीमत चुकाई।दरअसल, राहुल रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक के एक बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। नाइक ने कहा था कि चीन ने सोची-समझी साजिश के तहत भारत पर हमला किया था। भारत की सेनाएं इसका करारा जवाब देंगी।
Source: Dainik Bhaskar June 19, 2020 08:48 UTC