जब उनकी दाल नहीं गली, तो नागरिकता कानून (CAA) को बहाना बनाकर नीतीश कुमार को निशाना बनाने लगे. मोदी ने कहा कि सरकार अपने पांच साल के काम जनता के सामने रख रही है. अजीब पाखंड है कि कोई किसी को पितातुल्य बताये और पिता के लिए 'पिछलग्गू' जैसा घटिया शब्द चुने. वहीं, दूसरी तरफ सुशील मोदी इस बात पर मौन हैं कि आख़िर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीतीश कुमार की उपेक्षा क्यों कर रहे हैं? VIDEO: प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को दी सलाह, "अपनी बात कहने के लिए किसी का पिछलग्गू ना बने"
Source: NDTV February 20, 2020 10:52 UTC