कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सफाई के सवाल पर कहा था कि हम नाली साफ करवाने के लिए सांसद नहीं बने हैं. अपने बयान के आखिर में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि हम पहले भी कह चुके हैं, आज भी कह रहे हैं और आगे भी कहते रहेंगे. जज ने पूछा- अब तक गवाहों का बयान है कि 29 सितंबर 2008 को मालेगांव में धमाका हुआ था, प्रज्ञा ठाकुर बोलीं- पता नहींबता दें प्रज्ञा ठाकुर का विवादों से चोली दामन जैसा साथ है. यहां तक की खुद पीएम मोदी ने प्रज्ञा ठाकुर को लेकर कह दिया था, वह गांधी जी पर दिए बयान के लिए उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे. पार्टी की किरकिरी को देखते हुए प्रज्ञा ठाकुर को माफी भी मांगनी पड़ी थी.
Source: NDTV July 21, 2019 12:26 UTC