सुबह से तबियत खराब थी सो तय किया कि ऑफिस से सीधा डॉक्टर के पास जाया जाएगा. दर्द और बढ़ा जब पता चला कि इस हमले को अंजाम दिया था पुलवामा के ही 20 साल के आतंकी आदिल अहमद डार ने. इस वीडियो में डार ने कह रहा था कि 'ग्रुप का हिस्सा बनें और आखिरी रात के लिए तैयारी करें.' नफरत की इस जंग को अगर खत्म करना है तो हमें इंसान को इंसान से अपनी ही कौम (इंसानियत) से प्यार करना सीखना होगा. तो क्यों न आतंकियों के डर को और बड़ा किया जाए-14 फरवरी से लेकर आज तक मैं खबरों के जरिए इन शहीदों के साथ बनी हुई हूं.
Source: NDTV February 17, 2019 11:48 UTC