नई दिल्ली (एएनआइ/पीटीआइ)। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक शुरू हो चुकी है। बैठक की शुरुआत भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के उद्घाटन संबोधन से हुई। आने वाले चुनावों को लेकर शाह ने कहा कि बहुमत के साथ वे जीत हासिल करेंगे। शाह ने कहा, ' संकल्प की शक्ति को कोई पराजित नहीं कर सकता है।''अजेय भाजपा' का संकल्पसूत्रों के मुताबिक, बैठक में शाह ने आने वाले लोकसभा चुनाव में 2014 से भी बड़ी जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी को शपथ दिलाई। जब भाजपा ने पहली बार अपने चुनावी इतिहास में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और राज्य इकाइयों के अध्यक्षों की बैठक में 'अजेय भाजपा' का एक नारा दिया गया। सभी ने हाल में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के लिए काम करने का वचन दिया और तेलंगाना में चुनावों पर अतिरिक्त जोर देने के लिए एक निर्णय लिया गया। जहां राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ चुनाव कराने की संभावना है। सूत्रों का कहना है, 'भाजपा को 2014 के लोकसभा चुनावों की जीत की तुलना में अधिक सीटों के साथ सत्ता में लौटने का विश्वास है।' बता दें कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ये बैठक दो दिन तक चलेगी।नवंबर में एक साथ कई राज्यों में होने वाले चुनावों की तैयारियों के बीच इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि इस बैठक में एससी/एसटी एक्ट में संशोधन के बाद जो हालात बने हैं, उस पर चर्चा हो सकती है। बैठक में तय किया जाएगा कि तमाम मुद्दों पर विपक्षी की घेराबंदी को कैसे तोड़ा जाए। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी एनआरसी को लेकर भी बड़े पैमाने पर चर्चा कर सकती है।यह भी माना जा रहा है कि दलितों के बीच अपना संदेश देने के लिए ही पार्टी पहली बार अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली के आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में कर रही है। यहां तक बैठक शुरू होने से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी यहां मौजूद आंबेडकर की प्रतिमा पर फूल अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। बता दें कि भाजपा की यह बैठक मीटिंग दिवंगत दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित है। 16 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मृत्यु होने के कारण राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक टाल दी गई थी।वैसे अलग- अलग सत्र में चुनावी राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान पर भी चर्चा होगी। चूंकि तेलंगाना में भी नवंबर में ही चुनाव होने की संभावना है लिहाजा वहां की रणनीति पर भी अलग से चर्चा हो सकती है। पार्टी नेतृत्व के संबोधन से नेताओं व कार्यकर्ताओं को विभिन्न मुद्दों पर दिशा जरूर मिलेगी। माना जा रहा है कि पार्टी एक राजनीतिक और एक आर्थिक प्रस्ताव लाएगी।Posted By: Arun Kumar Singh
Source: Dainik Jagran September 07, 2018 16:15 UTC