हाल ही में अजोला का प्रयोग पशुओं के चारे के रूप में किया गया है, जिससे दुग्ध उत्पादन बढ़ाने मे मदद मिली है. धान के खेत में अजोला तैयार करने की विधिअजोला जैव उर्वरक को धान के खेत में 3 तरीकों से लगाया जा सकता है, जो की इस प्रकार है-अजोला को रोपाई से 2-3 सप्ताह पहले धान के खेत में लगाया जाता है तथा विकास की एक निश्चित अवधि के बाद रोपाई से पहले मिट्टी में मिला दिया जाता है या यूँ ही छोड़ दिया जाता है . धान की रोपाई के बाद अजोला का संरोप्य या टीका कर दिया जाता है, इस प्रकार दोहरी फसल के रूप में अजोला धान की खड़ी फसल के साथ उगाया जाता है. जब अजोला की मोटी चटाई बन जाती है, तो पानी निकाल दिया जाता है और ततपश्चयात अजोला को मिट्टी में मिला दिया जाता है. यह पोषक तत्वों की उपलब्धता में वृद्धि के साथ-साथ मिट्टी की उर्वरता में निरंतर सुधार का एक बेहतरीन उपाय है.
Source: Dainik Jagran April 04, 2022 11:49 UTC