Dainik Bhaskar Apr 20, 2019, 07:15 PM ISTमसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने पर चीन 4 बार लगा चुका है अड़ंगाअमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र में रखा था प्रस्तावबीजिंग. विदेश सचिव विजय गोखले रविवार को दो दिन की चीन यात्रा पर रवाना होंगे। माना जा रहा है कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ कई मुद्दों पर बातचीत होगी। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है। चीन लगातार मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने पर अड़ंगा लगा रहा है।बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने बताया कि गोखले की यह यात्रा लगातार होने वाली वार्ताओं का हिस्सा है। 22 अप्रैल को गोखले चीन के सलाहकार और विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात करेंगे। गोखले विदेश सचिव बनने से पहले चीन में भारत के दूत थे।चीन के कदम को भारत ने निराशाजनक बताया थापुलवामा हमले के बाद ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने का प्रस्ताव रखा था। चीन ने इस प्रस्ताव पर टेक्निकल होल्ड लगा दिया। ये चौथी बार है जब इस मसले पर चीन ने अड़ंगा लगाया। भारत ने चीन के इस कदम को निराशाजनक बताया था। 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। मसूद अजहर के संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले को अंजाम दिया था।मसूद मामले में रुख पहले जैसा- चीनअमेरिका ने 13 मार्च को भी यूएन 1267 सेक्शन कमेटी के सामने मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में शामिल किए जाने का प्रस्ताव रखा था। मगर चीन ने अपना वोट तकनीकी त्रुटि बताकर रोक लिया था। चीन का कहना है कि अमेरिका ने अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के लिए 1267 कमेटी के नियमों से परे जाकर नया ड्राफ्ट तैयार किया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा था कि बीजिंग पहले ही अमेरिका, यूके और फ्रांस की अपील को रिजेक्ट कर चुका है। उन्होंने कहा था, ''मसूद मामले में चीन का रुख पहले जैसा ही है। हम संबंधित पार्टियों से बात कर मामले को सही दिशा में खत्म करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। यह सब 1267 कमेटी के नियमों के तहत ही होगा।''वन बेल्ट-वन रोड प्रोजेक्ट के लिए भारत को मनाएगा चीनगोखले की यात्रा 25 से 27 अप्रैल को चीन में होने वाले बेल्ट-रोड फोरम से पहले हो रही है। इसमें 150 देश शिरकत कर रहे हैं। हालांकि, मंत्रालय स्तर पर अभी तक चीन से भारत को कोई न्योता नहीं भेजा गया है। हालांकि, चीन भारत को अपने वन बेल्ट-वन रोड प्रोजेक्ट के लिए मनाना चाहता है। विदेश मंत्री वांग यी ने कहा था कि वुहान सम्मेलन की तर्ज पर पर एक और सम्मेलन कराएगा, जिसमें इस मुद्दे पर बातचीत होगी।
Source: Dainik Bhaskar April 20, 2019 13:41 UTC