Updated: Sep 03, 2018 14:49 pm ISTkrishna janmashtami 2018 temple of dwarkadhish is not have statue of rukmaniभगवान कृष्ण की 16100 रानियां और 8 पटरानियां थीं। इन पटारानियों में रुक्मणी उनकी सबसे अधिक प्रिय थीं लेकिन भगवान कृष्ण के साथ हमेशा राधा ही रहीं। यहां तक की द्वारकाधीश के मंदिर में भी रुक्मणी की कोई मूर्ती नहीं है। इसकी वजह राधा नहीं एक शाप था, जिसकी वजह से मंदिर में देवी रुक्मणी की जगह मां लक्ष्मी की मूर्ति है। आइए जानते हैं इस अजीबो गरीब शाप के बारे में….
Source: Navbharat Times September 03, 2018 08:23 UTC