दैनिक भास्कर ने पॉजिटिव लेखन की शुरुआत की: राय - News Summed Up

दैनिक भास्कर ने पॉजिटिव लेखन की शुरुआत की: राय


चिकित्सक शरीर को स्वस्थ रखने के लिए इलाज करते हैं और अखबार व्यवस्था को स्वस्थ रखने के लिए आॅपरेशन करते हैं। कुछ चीजें प्रसिद्धि के लिए अपना ली जाती है, पर वह नुकसान पहुंचाती हैं। दैनिक भास्कर ने पॉजिटिव लेखन की शुरुआत की है। यह अच्छी पहल है। यह कहा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का। वे सोमवार को दैनिक भास्कर की अोर से अायोजित डॉक्टर्स प्राइड अवॉर्ड को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा, अखबार और राजनीति व्यवसाय नहीं होना चाहिए। कहीं दुर्घटना होना छाप देना महत्वपूर्ण नहीं बल्कि दुर्घटना में जख्मी लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टरों करने वालों के बारे में भी छापना चाहिए। अखबार सामाज का आईना है इसमें मानवीय संवेदना को प्रमुखता से जगह दी जानी चाहिए। चिकित्सा, पानी, बिजली राजनीति सबका समावेश होना चाहिए। दैनिक भास्कर एेसे लोगों को सम्मानित करके बहुत बढ़िया काम कर रहा है। इस सम्मान से चिकित्सकों को सेवा करने की प्रेरणा मिलेगी। यह सम्मान चिकित्सकों को मजबूती प्रदान करेगी। बिहार के बाहर जब इन वरीय चिकित्सकों का नाम लोग लेते हैं तो बिहार गौरवान्वित होता है तो हमलोग भी गौरवान्वित होते हैं। गृहराज्य मंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि आप सबके बीच घिरा हुअा हूं तो लगता है कि मैं मरीज तो नहीं। उन्होंने कहा कि दैनिक भास्कर चिकित्सकों का सम्मान कर रहा है और मैं अापका सम्मान कर रहा हूं।स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मैं चिकित्सक तो नहीं हूं पर अाप सबका प्रतिनिधत्व करने का दायित्व है। अापका सम्मान होता है तो लगता है मेरा सम्मान हो रहा है। अाप सभी का सम्मान ऐसे राष्ट्रीय अखबार द्वारा दिया जा रहा है जो संपूर्ण देश में स्थान रखता है। उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया कि दैनिक भास्कर 37 फीसदी जगह चिकित्सा से जुड़ी खबरों को देता है। बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए डॉक्टरों को बधाई देता हूंं। अखबार का काम सिर्फ सूचना देना ही नहीं बल्कि सामाजिक गतिविधियों में भी योगदान होना है।इस कार्य के लिए मैं दैनिक भास्कर को हृदय से बधाई देता हूं। दैनिक भास्कर के बिहार-झारखंड के संपादक अोम गौड़ ने कहा कि भास्कर ने महज पांच साल में यह मुकाम हासिल किया है। कोई अखबार इतनी तेजी से जगह नहीं बनाया है। यह अाप सबों का सराहनीय योगदान का ही नतीजा है। नो निगेटिव का प्रयोग किया गया जिसमें डॉक्टरों के काम रिफलेक्ट होते हैं।पब्लिक कनेक्ट और खबरों को नालेजेबल बनाने की कोशिश की जाती रही है। इस मौके पर सीआेओ सौरेन्द्र चैटर्जी भी मौजूद रहे और डॉक्टरों को सम्मानित किया।एडिटर बिहार सतीश सिंह ने कहा कि चिकित्सकों को सम्मान करके हम खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। एेसे चिकित्सकों को भी सम्मानित किया गया है जिन्होंने जलजमाव के दौरान अपनी सेवाएं दीं और दवाएं भी बांटीं। एेसे लोगों को सम्मान करना गर्व की बात है। जो जन्म से लेकर अंत तक हमसे जुड़े रहते हैं।


Source: Dainik Bhaskar October 22, 2019 03:07 UTC



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