राहुल ने महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली के बड़े नेताओं को अपने आवास पर बुलाया थाबैठक में कांग्रेस पदाधिकारियों के इस्तीफे और चुनाव में हुई हार पर मंथन हुआराहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद 25 मई को कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया थाDainik Bhaskar Jul 01, 2019, 10:05 PM ISTनई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि उन्होंने और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लोकसभा के नतीजे आने के बाद ही इस्तीफे की पेशकश कर दी थी। इस पर क्या फैसला लिया जाना है? यह हाईकमान को तय करना है। उन्होंने कहा कि हमने राहुल से अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील की है। हमें उम्मीद है कि वे हमारी अपील पर ध्यान देंगे।गहलोत ने कहा- सत्ता पक्ष ने देश को राष्ट्रभक्ति के नाम पर भ्रमित किया। मोदी जी ने सेना के पीछे छिपकर राजनीति की। लोगों को धर्म के नाम पर भटकाया। उन्होंने चुनाव में विकास, अर्थव्यवस्था और रोजगार की बात नहीं की।मुख्यमंत्रियों ने राहुल से पद न छोड़ने को कहाइससे पहले कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री राहुल गांधी से मुलाकात के लिए सोमवार शाम उनके आवास पर पहुंचे। न्यूज एजेंसी के सूत्रों ने बताया था कि बैठक में मुख्यमंत्रियों ने राहुल से अध्यक्ष पद न छोड़ने का आग्रह किया। इस दौरान राहुल ने पार्टी में अपनी भूमिका, पदाधिकारियों के इस्तीफे और लोकसभा चुनाव में हुई हार को लेकर चर्चा भी की।बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी के साथ राहुल ने चर्चा की।अब तक 150 कांग्रेसी नेता इस्तीफे की पेशकश कर चुकेलोकसभा में हार के बाद राहुल ने 25 मई को इस्तीफे की पेशकश की थी। इसके बाद कांग्रेस में इस्तीफों का दौर चल पड़ा। शुक्रवार को दिल्ली, तेलंगाना और गोवा प्रदेश अध्यक्षों ने इस्तीफा दिया। अब तक करीब 150 कांग्रेस पदाधिकारी इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं।राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा था- कांग्रेस के सभी नेताओं को इस्तीफा देना चाहिए। इससे राहुल गांधी को नई टीम बनाने के लिए छूट मिल सकेगी।राहुल ने तीन चुनावी राज्यों के नेताओं के साथ बैठक कीराहुल ने पिछले हफ्ते तीन चुनावी राज्यों के नेताओं के साथ बैठक की थी। उन्होंने 26 जून को महाराष्ट्र, 27 को हरियाणा और 28 को दिल्ली इकाई के बड़े नेताओं को अपने आवास पर बुलाया था।इस दौरान गुटबाजी में फंसे तीनों प्रदेशों के नेताओं के साथ विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की थी। राज्यों के प्रभारी महासचिव भी मौजूद रहे थे। 27 जून को बैठक में हरियाणा के नेताओं द्वारा हार की जिम्मेदारी न लेने पर राहुल ने नाराजगी जाहिर की थी।
Source: Dainik Bhaskar July 01, 2019 03:24 UTC