खास बात यह है कि पार्टी चुनावों के लिए दो तरफा किलाबंदी की है. किलाबंदी- पार्टी स्तर कीपार्टी स्तर की किलाबंदी में आम आदमी पार्टी एक रणनीति के तहत कांग्रेस और बीजेपी के मज़बूत नेताओं को अपने साथ लाने में जुटी हुई है. आम आदमी पार्टी के पास जिन सीटों पर विधायक या उम्मीदवार नहीं है या फिर पार्टी के सर्वे में जिन सीटों पर पार्टी के मौजूदा विधायकों के प्रति जनता में नाराजगी है उन सीटों के लिए आम आदमी पार्टी दूसरी पार्टी के मजबूत नेताओं को अपने साथ जोड़ रही है. प्रहलाद सिंह साहनी, चांदनी चौक- आम आदमी पार्टी ने अपनी चांदनी चौक की विधायक अलका लांबा को पार्टी से निष्कासित कर दिया जिसके बाद यह सीट आम आदमी पार्टी के लिए खाली हो गई थी. आम आदमी पार्टी ने चार बार चांदनी चौक के विधायक रह चुके कांग्रेस नेता प्रह्लाद सिंह साहनी को पार्टी में जगह दी.
Source: NDTV October 20, 2019 11:26 UTC