बिहार की 4 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे NDA के पक्ष में आए। चारों सीटों पर एनडीए की जीत हुई। खास बात ये रही कि राजद सुप्रीमो लालू यादव भी इस बार चुनाव प्रचार में उतरे। लेकिन उनका कोई खास असर नहीं दिखा। 35 साल से बेलागंज में राजद का दबदबा था, वहां से. अब हार के बाद तेजस्वी यादव एक्शन में हैं। नेता प्रतिपक्ष ने रविवार को पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में लालू यादव भी मौजूद रहे।तेजस्वी ने मीटिंग में यह दावा किया है कि झारखंड में चुनाव खत्म हुआ है। वहां पर NDA को करारी हार मिली है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा-'मुझे पूरा भरोसा है कि 2024 में हम लोगों ने झारखंड जीता है। आने वाले साल 2025 में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव जीतेंगे।'तेजस्वी ने यह भी कहा कि 'बड़ी पार्टी होने के बावजूद हमने नीतीश कुमार को दो बार सीएम बनाया। आज भाजपा ने उन्हें हाईजैक कर लिया है।'नीतीश सरकार से लोग परेशान हैं- तेजस्वी पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि 'बिहार बदलाव चाहता है। ये डबल इंजन की सरकार का एक इंजन अपराध में लगा है, दूसरा भ्रष्टाचार में। मोदी जी 11 साल से पीएम हैं, लेकिन बिहार से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया है।''आज बिहार में सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। महंगाई, गरीबी से लोग त्रस्त हैं। बिजली बिल से लोग परेशान हैं। ये स्मार्ट मीटर नहीं है, ये चीटर मीटर है। लोग इस सरकार से परेशान हैं।''पिछड़े समाज को गोलबंद होने की जरूरत है'तेजस्वी ने अपने 17 महीने के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनवाते हुए कहा- 'हमलोगों ने जातीय आधारित जनगणना करवाई। 17 महीने में हमने 5 लाख नौकरी दी। 50% से आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 65% किया। आज भी इसको लेकर हम लोग सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ रहे हैं। हम सभी पिछड़े समाज के लोगों को गोलबंद होने की जरूरत है।'कुर्मी वोट में सेंधमारी की कोशिशतेजस्वी ने कहा कि 'पूर्व विधायक सतीश कुमार राजद में शामिल हुए हैं। उनका लंबा राजनीति में अनुभव रहा है। उनके आने से पार्टी को मजबूती मिली। 1994 में इन्होंने कुर्मी चेतना रैली की थी। इस रैली को आज तक किसी ने नहीं भुलाया है। आज ये राष्ट्रीय जनता दल में आए हैं। इनका हम स्वागत करते हैं। लालू जी के निर्देशा पर सतीश कुमार को पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है।समता पार्टी के संस्थापकों में रहे, रालोसपा और लोजपा में भी रह चुके हैंसतीश कुमार समता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में रहे हैं। काफी समय तक नीतीश कुमार के साथ रहे। बाद में उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा में चले गए थे। उपेंद्र कुशवाहा से मनमुटाव होने के बाद पार्टी छोड़कर बिहार विकास मोर्चा का गठन किया। 2022 में चिराग पासवान की पार्टी लोजपा में भी गए, लेकिन वहां भी टिकट बंटवारे को लेकर सवाल उठाया और पार्टी छोड़ दी थी। टिकट देने में धांधली का गंभीर आरोप सतीश कुमार ने चिराग पासवान पर लगाया था।यहां जानिए, बिहार की 4 सीटों का क्या रहा रिजल्टये भी पढ़ें...तेजस्वी पूरे खानदान की पगड़ी उतारे तो भी फायदा नहीं: श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह बोले-जिनका पूरा परिवार बेल पर हो उन्हें बोलने का हक नहींकैमूर दौरे के दौरान बिहार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा। तेजस्वी द्वारा झारखंड और 2025 में बिहार जीतने के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड के लोग पिछले चुनाव में भ्रमित हो गए थे, लेकिन अगली बार ऐसा नहीं होगा। मंत्री ने तेजस्वी पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान उन्होंने अपनी पगड़ी जनता के बीच उतार दी थी। अब अगर वह अपने पूरे परिवार की पगड़ी भी उतार दें, तब भी कोई फायदा नहीं होगा। पूरी खबर पढ़ें...
Source: Dainik Bhaskar November 24, 2024 14:39 UTC