बढ़ते वायु प्रदूषण और गंभीर जन स्वास्थ्य संकट के बीच, स्वच्छ वायु प्रौद्योगिकी कंपनी ज़ोनएयर3डी ने भारत में अपने विस्तार की योजनाओं का अनावरण किया। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित प्रेस मीट में कंपनी ने भारतीय बाजार के लिए अपने उन्नत वायु शोधन समाधान प्रस्तुत किए और यह संदेश दिया कि स्वच्छ हवा कोई विलासिता नहीं, बल्कि मानव अधिकार है।ज़ोनएयर3डी का विस्तार और अनुभव केंद्रज़ोनएयर3डी प्रोजेक्ट्स इंडिया के सीईओ रॉयडेन कोरिया ने मायापुरी, नई दिल्ली और मुंबई में अनुभव केंद्र शुरू करने की घोषणा की। इन केंद्रों में आम लोग, अस्पताल और संस्थान निःशुल्क डेमो के माध्यम से उन्नत एयर प्यूरीफिकेशन तकनीक का अनुभव कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इन केंद्रों के माध्यम से लोग स्वच्छ हवा के स्वास्थ्य पर प्रभाव को प्रत्यक्ष रूप से देख, महसूस और माप सकते हैं।कंपनी के मुख्य आरएंडडी अधिकारी अशोक अरोड़ा ने कहा, “हमारी तकनीक विशेष रूप से पीएम 2.5 और अन्य सूक्ष्म कणों को रोकने के लिए डिजाइन की गई है, जो श्वसन और हृदय संबंधी रोगों को बढ़ाते हैं।”चिकित्सा विशेषज्ञों की चेतावनीप्रेस मीट में उपस्थित डॉ. रोमन दत्ता और डॉ. महिंद्रा सिंह ने कहा कि लंबे समय तक पीएम 2.5 जैसे सूक्ष्म कणों के संपर्क में रहने से एस्थमा, ब्रोंकाइटिस, हृदय रोग और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। उन्होंने इनडोर वायु शोधन को आवश्यक निवारक उपाय बताया और जोर दिया कि घर, स्कूल और कार्यस्थल में एयर प्यूरीफिकेशन अनिवार्य होना चाहिए। डॉ. दत्ता ने कहा, “स्वच्छ हवा तक पहुंच हर नागरिक का अधिकार है। यह केवल लक्जरी या विलासिता नहीं, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य का मूलभूत तत्व है।”भविष्य की योजनाज़ोनएयर3डी की स्थापना 2006 में हुई थी। कंपनी चिकित्सा-ग्रेड वायु शोधन प्रणालियों का विकास करती है और 2026 तक भारत में विनिर्माण और अनुसंधान केंद्र शुरू करने की योजना रखती है। सीईओ रॉयडेन कोरिया ने बताया कि भारत के कई शहरों में वायु प्रदूषण चिंता का विषय बन चुका है और कंपनी का लक्ष्य है कि हर नागरिक स्वस्थ और प्रदूषण मुक्त वातावरण का अनुभव कर सके।कंपनी आगामी महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर की तकनीक और स्थानीय समाधान को जोड़कर बड़े पैमाने पर वायु गुणवत्ता सुधार पर काम करेगी। नागरिकों और संस्थानों को साक्षरता अभियान और निःशुल्क डेमो के माध्यम से जागरूक करने की योजना भी है।हमारे आधिकारिक प्लेटफॉर्म्स से जुड़ें –
Source: Dainik Jagran December 20, 2025 06:09 UTC