जयपुर / टंकी से उतारने के प्रयास फिर विफल, छात्राओं की जिद- सीएम खुद आएं - News Summed Up

जयपुर / टंकी से उतारने के प्रयास फिर विफल, छात्राओं की जिद- सीएम खुद आएं


कड़ाके की सर्दी में 3 दिन से टंकी पर अभ्यर्थीपुिलस, स्नार्गल लैडर और जाल देख टंकी पर लटकीं, पेट्रोल छिड़काDainik Bhaskar Jan 02, 2020, 04:11 AM ISTजयपुर. राजस्थान यूनिवर्सिटी कैंपस में 50 फीट ऊंची पानी की टंकी पर चढ़ी दोनों युवतियां बुधवार को तीसरे दिन भी नहीं उतरीं। स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की अपनी मांग पर अड़ी रहीं। परीक्षा 3 जनवरी से होनी है। दिनभर पुलिस उन्हें टंकी से उतारने के प्रयास करती रही। एक अभ्यर्थी के पिता, फूफा और पति भी यहां पहुंचे और टंकी से उतरने की अपील की, लेकिन नहीं मानी। बल्कि बुधवार को एक अभ्यर्थी टंकी की रैलिंग से बाहर झूल गई।दूसरी ने पेट्रोल छिड़क लिया। दोनों पुलिस और सिविल डिफेंस टीम को धमकाती रहीं कि अगर टंकी के चारों और जाल बांधा या उन्हें टंकी से जबरन उतारने की कोशिश की तो वो कूद जाएगी, आत्मदाह कर लेगी। टंकी के नीचे इन युवतियों के समर्थकों की िदनभर पुलिस से खींचतान चलती रही। पुलिस ने दोपहर में एक बार लाउड स्पीकर से चेतावनी भी दी- पांच मिनट में मैदान खाली कर दो...लेकिन कोई नहीं हिला। रात तक यहां समर्थकों की भीड़ बढ़ती ही गई। राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा भी अभ्यर्थियों के बीच पहुंचे। उनसे बात की और सरकार तक उनकी बात पहुंचाई। देर रात तक सरकार के साथ इनकी वार्ता शुरू नहीं हुई थी।छात्रनेता रोशन मुंडोतिया का कहना है कि सरकार को हमारी मांगें माननी चाहिए। क्योंकि यह हमारे भविष्य से जुड़ी हुई हैं। परीक्षा रद्द नहीं की गई तो इन दोनों अभ्यर्थियों के साथ हम भी टंकी पर चढ़ जाएंगे। कुछ भी अप्रिय घटना होती है तो सरकार जिम्मेदार होगी।पिता-पति-मित्र...सबकी अपील- टंकी से उतरो, जमीन पर लड़ोएक युवती के पिता सीकर निवासी भाेलाराम ने माइक से बेटी को कहा- बदनामी हाे रही है। बेटा अधिकार टंकी पर नहीं हैं। यह शाेभा नही देता। बदनामी का काम है। नीचे अाकर लड़ो। बेटा भविष्य पड़ा है नीचे अाजा। तुम नीचे नहीं आओगी तो मैं तुम्हारी मम्मी और दादी को भी ले आउंगा। एक युवती के पति ने बात करने के लिए टंकी पर जाने के लिए कहा लेकिन उसे नहीं जाने दिया गया।


Source: Dainik Bhaskar January 01, 2020 22:41 UTC



Loading...
Loading...
  

Loading...