जम्मू-कश्मीर में भाजपा के प्रभारी राम माधव ने कहा है कि पार्टी विधानसभा चुनाव अपने दम पर ही लड़ेगी, लेकिन चुनाव के बाद अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर स्थाई सरकार बनाएगी। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 फरवरी से राज्य में चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। उनका दावा है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव के बाद भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी।जम्मू-कश्मीर में अभी राष्ट्रपति शासन है। नवंबर में चुनाव आयोग ने कहा था कि राज्य में 6 माह के भीतर चुनाव कराए जाएंगे। राम माधव ने उन आरोपों को खारिज किया जिनमें कहा गया है कि भाजपा जल्दी चुनाव नहीं चाहती।लोकसभा के साथ हो सकते हैं विधानसभा चुनाव राम माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों के बारे में फैसला चुनाव आयोग को करना है। लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं और अगर दोनों चुनाव एक साथ होते हैं तो भाजपा इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्टी राज्य में सभी सीटों पर चुनाव लड़कर विधानसभा में सबसे बड़ा दल बनकर उभरेगी।कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए 5 जगह चिन्हित राम माधव ने कहा कि वे कश्मीरी पंडितों को फिर से जम्मू-कश्मीर में बसाने के पक्ष में हैं, लेकिन राज्य में शांति बहाल होने के बाद। उनको बसाने के लिए घाटी में 5 जगहें चिन्हित कर ली गई थीं। सुरक्षा कारणों से इसमें देर हो रही है।अल्ताफ पर कुछ नहीं कहना चाहता-माधव पीडीपी के निष्कासित नेता व पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी पर उनका कहना था कि वे इस पर कुछ नहीं कहना चाहते, लेकिन वह ये बात नहीं समझ पा रहे कि कुछ दिनों पहले तो अल्ताफ को संयुक्त विपक्ष (कांग्रेस, पीडीपी, नेकां) की सरकार में मुख्यमंत्री के तौर पर पेश किया जा रहा था। अचानक फिर क्या हुआ जो उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया।
Source: Dainik Bhaskar January 20, 2019 14:36 UTC