राज्य ब्यूरो, श्रीनगर/ नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में लंबित विधानसभा चुनाव को लेकर मंगलवार को नई दिल्ली में हुई चुनाव आयोग की बैठक में इस बार भी कोई फैसला नहीं हो सका। अलबत्ता, आयोग ने विधानसभा चुनाव जल्द कराने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों से कुछ और जानकारियां प्राप्त करने के अलावा राज्य के हालात का अगले कुछ दिनों तक रियल टाइम आकलन करने का फैसला किया है।सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में हुई चुनाव आयोग की बैठक में राज्य के मौजूदा हालात, संसदीय चुनावों में लोगों के रुझान और सुरक्षाबलों के फीडबैक पर विस्तार से चर्चा हुई। बताया जाता है कि राज्य में संसदीय चुनाव संपन्न होने के तुरंत बाद ही विधानसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू करने पर भी बैठक में चर्चा हुई है, ताकि श्री अमरनाथ यात्रा से पूर्व राज्य में निर्वाचित सरकार की बहाली हो सके, लेकिन इस विषय को कश्मीर में संसदीय चुनावों में अब तक के वोटरों के रुझान को देखते हुए कुछ और दिनों तक टालने पर राय बनी।सूत्रों के अनुसार, राज्य प्रशासन ने कुछ दिन पहले नई दिल्ली में चुनाव आयोग की बैठक में श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा, पाक रमजान और पर्यटन सीजन का हवाला देते हुए विधानसभा चुनाव सितंबर के बाद अक्टूबर-नवंबर में कराने का सुझाव दिया था।बैठक में मौजूद रहे राज्य प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमने आयोग को बताया है कि कश्मीर घाटी में बेशक कुछ चुनौतियां हैं, लेकिन लद्दाख और जम्मू संभाग में स्थिति चुनाव प्रक्रिया के लिए पूरी तरह साजगार है। कश्मीर घाटी में भी विधानसभा चुनाव कराने के लिए सुरक्षा एजेंसियां तैयार हैं, लेकिन अंतिम फैसला आयोग को लेना है।Posted By: Bhupendra Singh
Source: Dainik Jagran April 30, 2019 20:48 UTC