चेक से लेनदेन में नहीं उठाना चाहते नुकसान, तो जान लें पोस्ट डेटेड और स्टेल चेक का अंतर - News Summed Up

चेक से लेनदेन में नहीं उठाना चाहते नुकसान, तो जान लें पोस्ट डेटेड और स्टेल चेक का अंतर


पोस्ट डेटेड चेक पोस्ट डेटेड चेक वह है, जिसे आगे की तारीख में जारी किया जाता है, यानी चेक पर करंट डेट न रहकर कुछ दिन बाद की तारीख डली रहती है। यह क्रॉस्ड पेई या अकाउंट पेई चेक होता है। इसे आमतौर पर आगे की किसी तारीख में डिपॉजिट के लिए जारी किया जाता है। बता दें कि भारत में कोई भी चेक उस पर पड़ी तारीख से लेकर अगले 3 माह तक वैलिड रहता है।स्टेल चेक का फंडा अगर किसी चेक को उस पर पड़ी तारीख से लेकर अगले 3 माह तक नहीं भुनाया जाता तो वह एक्सपायर हो जाता है। एक्सपायर हो चुके चेक को ही स्टेल चेक कहते हैं। वैलिडिटी खत्म हो जाने के बाद चेक रद्दी हो जाता है और इसे पेमेंट के लिए बैंक में नहीं दिया जा सकता।​ऐंट डेटेड चेक भी जान लें जब किसी चेक को गुजर चुकी तारीख में जारी किया जाता है तो इसे ऐंट डेटेड चेक कहते हैं। गुजर चुकी तारीख में जारी किए हुए चेक की तीन माह की वैलिडटी अगर बची हुई है तो इसे बैंक में पेमेंट के लिए दिया जा सकता है। इसलिए ऐंट डेटेड चेक में यह याद रखना जरूरी है कि चेक इतनी पुरानी तारीख में न जारी हो कि वैलिड ही न रहे।


Source: Navbharat Times February 26, 2021 07:25 UTC



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