लखनऊ (ब्यूरो) । केजीएमयू के क्वीन मैरी की आब्स एंड गाएनी डॉ रेखा सचान के मुताबिक पाल्यूशन का असर अगर गर्भवती महिला पर पड़ता है तो गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी उसका लांग टर्म असर देखने को मिल सकता है। एयर पॉल्यूशन बच्चे के विकास पर असर डाल सकता है।क्यों होता है असरडॉ रेखा सचान ने बताया कि एयर पॉल्यूशन के चलते मां के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। मां के रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से गर्भ में पल रहे बच्चे में भी ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। दूसरा कारण यह है कि पॉल्यूशन के चलते टॉक्सिन मां के रक्त से बच्चों में चले जाते हैं और वे न्यूरोलॉजिकल इफेक्टेड हो जाते हैं। ऐसे में उनकी ग्रोथ नार्मल नहीं होती है।गर्भावस्था में रखें ध्यान- प्रदूषण वाली जगहों पर न जाएं- वायु के गुणवत्ता खराब हो तो मास्क लगाकर निकलें- जल्द सुबह और देर शाम बाहर न निकलें- किसी भी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर को दिखाएंगर्भस्थ शिशु में ये हो सकता है असरएसजीपीजाआई की डॉ। इंदुलता साहू के मुताबिक एयर पॉल्यूशन के दौरान हवा में हानिकारक गैसें आ जाती हैं। हवा में कार्बन कण मौजूद रहते हैं जो सांस लेने के दौरान मां के फेफड़ों में चले जाते हैं, जिससे उसे अस्थमा की समस्या हो सकती है। हानिकारक कणों में मां के शरीर में जाने से प्री-मेच्योर डिलीवरी, पैदा होने के समय बच्चे का वजन कम होना, बच्चे का अविकसित होना, बच्चे के दिमाग या फेफड़े का पूर्ण विकास न होना जैसी समस्याएं आ सकती हैं। ऐसे में इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।इस पर ध्यान देने की जरूरत- कमरों में वेंटिलेशन सही हो- घर के अंदर या बाहर धुंआ ने करें- एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर खाना खाएं- गुनगुना पानी पीएं- मस्त रहें और कोई टेंशन न लेंप्रदूषण का असर गर्भवती संग उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी पड़ता है। बच्चे का विकास प्रभावित हो सकता है। इससे बचने के लिए गर्भवती महिलाएं समय पर अपना चेकअप कराती रहें।-डॉ रेखा सचान, क्वीन मैरीहानिकारक गैसों से अस्थमा की समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा वजन कम होना, समय पर विकास नहीं होना आदि समस्या गर्भस्थ शिशु में हो सकती है। ऐसे में बचाव करना बेहद जरूरी है। -डॉ इंदुलता साहू, पीजीआई
Source: Dainik Jagran November 14, 2021 18:59 UTC