4 /4 इन पापों का होता है नष्टमान्यता है कि गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान करने से दस तरह के पाप नष्ट हो जाते हैं। इसमें पराई स्त्री के साथ समागम, बिना आज्ञा या जबरन किसी की वस्तु लेना, कटुवचन का प्रयोग, हिंसा, किसी की शिकायत करना, असत्य वचन बोलना, असंबद्ध प्रलाप, दूसरे की संपत्ति हड़पना या हड़पने की इच्छा, दूसरें को हानि पहुंचाना या ऐसी इच्छा रखना और बेवजह की बातों पर परिचर्चा शामिल है। इसलिए धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि अगर अपनी गलतियों का अहसास और प्रभु से माफी मांगनी हो तो गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान कर दान-पुण्य करें। वर्तमान में कोरोना वायरस के चलते गंगा स्नान संभव नहीं है तो घर में स्नान के जल में गंगाजल डालकर स्नान कर लें। इससे भी गंगा में डुबकी लगाने जैसा ही फल मिलेगा।सुबह-सुबह यह 5 काम कर लेना होता है बहुत ही शुभ, आदत डाल लें
Source: Navbharat Times May 29, 2020 15:33 UTC