खेत में दिखे वन्यप्राणी के पंजों के निशान! बुरहानपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शाहपुर वन परिक्षेत्र के जंबूपानी में किसान ईश्वर चौधरी के खेत में वन्य प्राणी के पदचिन्ह दिखाई देने से क्षेत्र में दहशत है॥ श्रमिकों ने इसकी सूचना खेत मालिकको दी।ग्रामीणों के अनुसार ये निशान बाघ के हैं। डीएफओ प्रदीप मिश्रा ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर संबंधित अफसर को मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए हैं। रविवार को अधिकारी जांच कर पता लगाएंगे कि आखिर ये किस वन्य प्राणी के पंजों के निशान हैं। वैसे तेंदुए या बाघ के भी निशान हो सकते हैं। गौरतलब है कि जिले की सीमा से सटा महाराष्ट्र का मेलघाट टाइगर रिजर्व होने से वहां के वन्य प्राणियों का मूवमेंट यहां भी रहता है, वहीं बुरहानपुर जिले में 15 हजार वर्गफीट क्षेत्र में अभयारण्य बनाया जाएगा। अभयारण्य से वन्यप्राणियों की सुरक्षा हो सकेगी।मध्यस्थता जागरूकता शिविर आयोजितविधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष अतुल्य सराफ के मार्गदर्शन में ग्राम निंबोला एवं झिरी में मध्यस्थता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में सचिव आशुतोष शुक्ल ने बताया कि मध्यस्थता के दौरान दो पक्षों के बीच आपसी समझौता से निराकरण कराया जा सकता है। मध्यस्थता के माध्यम से व्यक्ति की न हार होती है न जीत होती है। श्री शुक्ल ने मध्यस्थता अधिकारी की भूमिका और कार्य, मध्यस्थता प्रक्रिया से लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी ने दी। ग्रामीणों को निःशुल्क विधिक सहायता, सलाह की जानकादी दी एवं योजनाओं के पंपलेट वितरित किए गए। शुक्ल ने बताया कि कोविड कि रोकथाम एवं बचाव के लिए हमें अपने व अपने परिवार की सुरक्षा के लिये शासन के निर्देशो का पालन करते हुए शारीरिक दूरी, मास्क, सेनेटाइजर आदि का उपयोग करना चाहिए, जिससे कोविड वायरस को आमजन में फैलने से रोका जा सकें।Posted By: Nai Dunia News Network
Source: Dainik Jagran January 16, 2022 07:59 UTC