जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : कोरोना का प्रसार और खतरा लगातार बढ़ रहे हैं, मगर लोग हैं कि इस महामारी से खुद को व अन्य लोगों को बचाने के लिए जिम्मेदार बनने को तैयार नहीं। लोगों का यह गैरजिम्मेदार रवैया सरकार और प्रशासन को लगातार सख्ती बढ़ाने को मजबूर कर रहा है। हर दिन सख्ती बढ़ रही है, मगर थोड़ी सी भी ढील मिलते ही लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरत का सामान लेते समय अपनी जान की सुरक्षा करना तक भुला देते हैं।कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहली से ज्यादा घातक तो है ही, इसका लगातार प्रसार हो रहा है। प्रशासन की सख्ती और तमाम प्रयासों के बावजूद मामले लगातार अधिक आ रहे हैं और मौतें भी हो रही हैं। हाल ही में डीसी ने वीडियो संदेश जारी कर लोगों को जिम्मेदार बनने और प्रशासन से सहयोग की अपील की। मगर लोगों पर जैसे किसी चीज का कोई असर ही नहीं है। सोमवार से पुलिस ने सख्ती बढ़ाई है, जिससे दिन के समय बाजार में पहले की तुलना में अब कम ही लोग, वह भी जरूरी काम से जान वाले ही नजर आ रहे हैं। बिना वजह बाहर नजर आने वाले राहगीरों और वाहन चालकों पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू के बीच दूध, दवा, सब्जी, फसल जैसे रोजमर्रा की चीजों की खरीददारी के लिए तीन घंटों की छूट दे रखी है। मगर लोग घरों से बाहर निकलने पर तीन घंटों में कोरोना के खतरे को पूरी तरह से भुला कर घरों से बाहर निकलते हैं। सब्जी हो या फल या फिर अन्य जरूरत का समान खरीदने के शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना भुला देते हैं। इस तरह से खरीदारी करने वाले लोग शायद यह भूल बैठे हैं कि इस तरह की लापरवाही के साथ खरीदारी करने से वह जरूरत के सामान के साथ अपने घर में कोरोना संक्रमण भी ले कर आ सकते हैं। एक बार कोरोना संक्रमण घर में पहुंच गया तो वह अकेले नहीं, बल्कि पूरा परिवार इसका शिकार हो जाएगा। जिसके परिणाम घातक भी हो सकते हैं।शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप
Source: Dainik Jagran May 11, 2021 18:22 UTC