नई दिल्ली, एएनआइ। अरुणाचल प्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त हुए वायुसेना के AN-32 विमान में सवार लोगों में सेे कोई भी जिंदा नहीं बच सका है। क्रैश साइट पर पहुंची टीम ने सभी लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। भारतीय वायुसेना की सर्च टीम आज सुबह क्रैश साइट पर पहुंची। इस दौरान सर्च टीम को विमान में सवार किसी के भी जिंदा बचे होने का कोई सुराग नहीं मिला। इंडियन एयरफोर्स ने विमान में सवार सभी 13 लोगों के परिजनों को इस बारे में सूचित कर दिया है। भारतीय वायुसेना ने हादसे के दौरान जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी है।Indian Air Force: IAF pays tribute to the brave air-warriors who lost their lives during the #AN32 aircraft crash on 3 Jun 2019 and stands by with the families of the victims. May their souls rest in peace. https://t.co/SJjGYIwIcj" rel="nofollowAN-32 ये लोग थे सवारविंग कमांडर जीएम चार्ल्सस्क्वाड्रन लीडर एच विनोदफ्लाइट लेफ्टिनेंट आर थापाफ्लाइट लेफ्टिनेंट ए तंवरफ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मोहंतीफ्लाइट लेफ्टिनेंट एम के गर्गवारेंट ऑफिसर केके मिश्रासार्जेंट अनूप कुमारकारपॉरल शेरिनलीड एयरक्राफ्ट मैन एसके सिंहलीड एयरक्राफ्ट मैन पंकजनॉन कॉम्बैट एंप्लॉयी पुतालीनॉन कॉम्बैट एंप्लॉयी राजेश कुमारमौसम की वजह से क्राश साइट पर पहुंचना मुश्किलइससे पहले अरुणाचल प्रदेश में वायुसेना के दुर्घटनाग्रस्त एएन-32 विमान के मलबे तक पहुंचना बचाव दल के लिए कठिन साबित हो रहा है। बुधवार को 15 सदस्यीय बचाव दल ने दुर्घटनास्थल तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन दुर्गम इलाके और बेहद खराब मौसम की वजह से यह दल सफल नहीं हो सका। लिहाजा बचाव दल को एयरलिफ्ट करके दुर्घटनास्थल के करीब स्थित शिविर तक पहुंचाया गया था।अरुणाचल प्रदेश के सियांग में दिखा था मलबामंगलवार को वायुसेना के इस आठ दिनों से लापता विमान के मलबे को अरुणाचल प्रदेश के सियांग और शी-योमी जिले की सीमा पर गट्टे गांव के पास एमआइ-17 हेलीकॉप्टर से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर देखा गया था। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस इलाके में घने जंगल हैं और वहां पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है।3 जून को गायब हुआ था विमानइस विमान ने सोमवार 3 जून को दोपहर 12.25 बजे असम के जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरी थी। इस विमान का दोपहर 1 बजे के बाद से विमान से संपर्क टूट गया। वायुसेना ने इस विमान को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया। इस अभियान के लिए सुखोई 30 एयरक्राफ्ट और सी-130 स्पेशल ऑपरेशन एयरक्राफ्ट को लॉन्च किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना के उप प्रमुख राकेश सिंह भदौरिया से बातचीत की। काफी देर तक जानकारी न मिलने पर सर्च अभियान में थल सेना भी भी जुट गई।लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एपPosted By: Manish Pandey
Source: Dainik Jagran June 13, 2019 07:54 UTC