प्रोग्रामर टेलर ग्लेयल के मुताबिक, मास्क में वॉइस पैनल लगा है जो एलईडी से जोड़ा गया है। जो इंसान के बोलने और चुप रहने जैसी हरकत होने पर जलता है।प्रोग्रामर टेलर ग्लेयल के मुताबिक, मास्क में वॉइस पैनल लगा है जो एलईडी से जोड़ा गया है। जो इंसान के बोलने और चुप रहने जैसी हरकत होने पर जलता है।मास्क को गेम डिजाइनर और प्रोग्रामर टेलर ग्लेयल ने करीब एक महीने की मेहनत के बाद तैयार कियाकपड़े के इस मास्क में 16 एलईडी लाइट लगी हैं, जो इंसान के अलग-अलग एक्सप्रेशन को दिखाती हैंदैनिक भास्कर Jun 11, 2020, 06:01 AM ISTगेम डिजाइनर और प्रोग्रामर टेलर ग्लेयल ने खास तरह का मास्क तैयार किया है। इसे लगाकर बोलने पर एलईडी लाइट जलती है। ये लाइट बताती है सामने वाला कब बोल रहा है और कब चुप है। आपके मुस्कुराने पर मास्क के सामने स्माइली का सिम्बल बनता है। कपड़े के इस मास्क में 16 एलईडी लाइट लगी हैं।इसे तैयार करने वाले प्रोग्रामर टेलर का कहना है कि मैंने इसकी जरूरत महसूस की और वहीं से आइडिया पैदा हुआ। फिर, एक महीने लगातार मेहनत करने के बाद यह तैयार हो गया। एक मास्क की लागत करीब 3800 रुपए आई है।अचानक दिमाग में आया था आइडियाअमेरिकी प्रोग्रामर टेलर के मुताबिक, मास्क में वॉइस पैनल लगा है जो एलईडी से जोड़ा गया है। जो इंसान के बोलने और चुप रहने जैसी हरकत होने पर जलती हैं। टेलर कहते हैं, मास्क को बनाने का आइडिया अचानक दिमाग में आया था। मैंने ऑनलाइन ऐसा मास्क ढूंढा, जब नहीं मिला तो खुद ही इसे तैयार किया।मास्क धोने से पहले एलईडी लाइट्स निकाली जा सकती हैंटेलर बताते हैं, मास्क को तैयार करने में एक माह का समय लगा था। यह कपड़े का बना है, इसलिए जब इसे धोना हो तो एलईडी लाइट के पैनल को निकालकर बाहर किया जा सकता है। इसमें 9 वॉल्ट की बैट्री लगाई गई है जो एलईडी पैनल को सपोर्ट करती है।मास्क को धोने से पहले एलईडी लाइट के पैनल को निकाला जा सकता है।यूवी लैंप से सैनेटाइज करना आसानटेलर के मुताबिक, मास्क से कपड़ा हटाने के बाद बाकी चीजों को समय-समय यूवी लैम्प से सैनेटाइज किया जा सकता है। एक मास्क की कीमत लगभग 3800 रुपए है। वह कहते हैं कि फिलहाल मैंने इसे अपने लिए बनाया है और इसे बेचने की कोई योजना नहीं है।बच्चों के लिए नहीं है ये मास्कटेलर का कहना है कि इस मास्क को वहां इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है जहां लोग इसे लम्बे समय तक लगाते हैं क्योंकि इसमें एलईडी लाइट्स लगी हैं, जो कुछ घंटों बाद गर्म भी होती हैं। इसलिए यह बच्चों के लिए सही नहीं है।
Source: Dainik Bhaskar June 10, 2020 23:30 UTC