दुनिया के कई देशों में मोबाइल ऐप और एआई से ली जा रही मददलोकेशन और ब्लू टूथ के ऑन रहने पर काम करेगी आरोग्य सेतु ऐपऐप लोकेशन के आधार पर कोरोना से खतरे के बारे में सतर्क करेगादैनिक भास्कर Apr 07, 2020, 12:58 PM ISTदिल्ली. कोरोनावायरस महामारी से लड़ने में मदद के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में ‘आरोग्य सेतु’ नाम का ऐप लॉन्च किया है। इसे केवल 4 दिन में ही एक करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। इसे ज्यादा से ज्यादा लोग डाउनलोड करें, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे मंत्रालय ने अपने 13 लाख कर्मचारियों से इस एप को डाउनलोड करने को कहा है। मानव संसाधन मंत्रालय ने शैक्षणिक संस्थाओं से जुड़े सभी लोगों, छात्रों और शिक्षकों को भी आरोग्य सेतु इंस्टॉल करने को कहा है। वहीं गृह मंत्रालय ने भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के सभी जवानों को ऐप इंस्टॉल का निर्देश दिया है।इंस्टॉल करने का तरीका:सबसे पहले आरोग्य सेतु एप को एपल स्टोर या गूगल प्ले स्टोर से इंस्टॉल करें। अब ऐप खोलने से पहले मोबाइल की लोकेशन और ब्लूटूथ ऑन करें। इसके बाद ऐप खोलें। ये दोनों हमेशा ऑन रहेंगे, तभी यह ऐप काम करेगा। आप अपनी लोकेशन शेयरिंग को हमेशा Always पर रखें ताकि ऐप को पता रहे कि आप कब, कहां जा रहे हैं। एप लोकेशन इस्तेमाल करने की अनुमति मांगेगा। यह अनुमति दें।रजिस्ट्रेशन के लिए नाम, उम्र, लिंग आदि की जानकारी देनी होगी। साथ ही बताना होगा कि हाल ही में विदेश यात्रा की है या नहीं।इससे क्या फायदा होगा? ऐप कोरोना से आपको जोखिम का स्तर बताता है। यह ‘सेल्फ असेसमेंट टेस्ट’ में दिए गए लक्षणों, बीमारियों जैसी जानकारियों और आपकी लोकेशन के आधार पर बताता है कि आपको कोरोना का कितना जोखिम है। यह बताता है कि क्या आपको टेस्ट की, डॉक्टर को दिखाने की या फोन पर परामर्श की जरूरत है।ऐप पर सभी प्रदेशों और सेंट्रल हेल्पलाइन नंबर की जानकारी है, जिस पर सीधे क्लिक पर आप डायल कर सकते हैं।ऐप आपको ट्वीट फीड के जरिए कोराेना से जुड़ी लाइव जानकारियां भी देता रहता है।ऐप कैसे काम करता है? यह आपकी लोकेशन और ब्लूटूथ का इस्तेमाल कर यह जांचता रहता है कि आपके आसपास कोई संक्रमित व्यक्ति या संभावित संक्रमित तो नहीं है। साथ ही संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की आशंका के बारे में अलर्ट/नोटिफिकेशन भी देता है। इसके लिए आपको मोबाइल में बैकग्राउंड में ऐप हमेशा चालू रखना होगा, साथ ही ब्लूटूथ और लोकेशन भी ऑन रखनी होगी।क्या जान सकते हैं? आप जो जानकारियां देंगे, उस आधार पर ऐप बताएगा कि क्या आपको कोरोना का जोखिम है। अगर है, तो क्या परीक्षण की जरूरत है या क्वारैंटाइन से काम चल जाएगा। अगर परीक्षण की जरूरत है, तो आप कहां परीक्षण करा सकते हैं, इसकी जानकारी भी मिलेगी। इस टेस्ट के आधार पर ही यूजर के लिए जोखिम का अंदाजा लगाया जाता है और बाकी यूजर्स को भी अलर्ट किया जाता है। इसलिए इसमें सही जानकारी ही भरें।डेटा सुरक्षित रहेगा?
Source: Dainik Bhaskar April 07, 2020 01:12 UTC