करवा चौथ: सुहागिनों ने दिन में रखा व्रत, रात को कथा, चंद्र दर्शन व पति की पूजा की - News Summed Up

करवा चौथ: सुहागिनों ने दिन में रखा व्रत, रात को कथा, चंद्र दर्शन व पति की पूजा की


Hindi NewsLocalRajasthanBarmerSuhagins Kept Fast In The Day, Katha, Chandra Darshan And Husband Worship At Nightकरवा चौथ: सुहागिनों ने दिन में रखा व्रत, रात को कथा, चंद्र दर्शन व पति की पूजा कीबाड़मेर 13 घंटे पहलेकॉपी लिंकजिले भर में पति की लम्बी उम्र के लिए विवाहिताओं ने रखा करवा चौथ का व्रत, रात को मंदिरों में किया कीर्तन व मां पार्वती की कथा, देर रात चंद्र को अर्घ्य देकर छोड़ा व्रतजिलेभर में करवा चौथ का व्रत हर्षोल्लास के साथ मनाया। महिलाओं ने दिन में व्रत रखा, इनमें से कई महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर शाम को चंद्र दर्शन के बाद पानी पिया। सुबह से ही सज धज कर व्रत रखा और शाम को विभिन्न धार्मिक स्थलों पर एकत्रित होकर महिलाओं ने भजन किए और करवा चौथ की कथा की।इसके बाद चंद्रोदय पर चांद को अर्घ्य देकर पति के दर्शन कर पूजा की और उनके हाथ से निवाला लेकर व्रत छोड़ा। पति की दीर्घायु और दाम्पत्य जीवन की खुशहाली के लिए महिलाएं यह व्रत रखती है।चाैहटन. चौहटन उपखंड मुख्यालय पर अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का निर्जला व्रत रखकर अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना की। चौहटन कस्बे के माहेश्वरी मोहल्ले के अलावा विभिन्न मोहल्लों में करवा चौथ पर सुहागिनी महिलाओं ने व्रत रखा तथा शाम को एक जगह एकत्रित होकर मां पार्वती की कथा की। इसके बाद चंद्र दर्शन कर पति की पूजा की और व्रत छोड़ा।सिणधरी. उपखंड मुख्यालय सहित आसपास के गांवों में करवा चौथ का व्रत महिलाओं ने मनाया। पूरे दिन महिलाओं ने व्रत रखा और शाम को मां पार्वती की कथा करने के बाद चंद्र दर्शन कर अर्घ्य दिया और पति की पूजा कर व्रत छोड़ा।रामजी का गोल. डबोई सहित क्षेत्र में करवाचौथ को लेकर काफी उत्साह देखा गया। करवाचौथ के दिन सुहागिन स्त्रियां पति की दीर्घायु और खुशहाल दाम्पत्य जीवन की कामना के लिए करवा चौथ का पारंपरिक व्रत रखा। महिलाओं में करवा चौथ व्रत को लेकर काफी उत्साह देखा गया। कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाने वाला करवा चौथ पर्व पति के प्रति समर्पण का प्रतीक माना गया है।


Source: Dainik Bhaskar November 05, 2020 00:45 UTC



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