कांग्रेस अरावली पहाड़ियों की 'नई परिभाषा' के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रही है. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "सरकार या तो विवश है या मजबूर है. "ये डबल इंजन नहीं बल्कि चार इंजन वाली सरकार है और ये चारों इंजन दौड़ रहे हैं कि कैसे अरावली पर्वत को नष्ट किया जाए"क्या है मामला? इमेज स्रोत, Getty Imagesकेंद्र सरकार की सिफ़ारिशों के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अरावली की जिस परिभाषा को स्वीकार किया है, उसके अनुसार आसपास की ज़मीन से कम से कम 100 मीटर (328 फीट) ऊँचे ज़मीन के हिस्से को ही अरावली पहाड़ी माना जाएगा. अरावली पहाड़ियों की 'नई परिभाषा' पर हो रहे विरोध के बीच पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है.
Source: NDTV December 26, 2025 04:13 UTC