कंगना रनौत थप्पड़ कांड पर स्वरा भास्कर का बयान, बोलीं- कम से कम वो जिंदा तो हैं… - News Summed Up

कंगना रनौत थप्पड़ कांड पर स्वरा भास्कर का बयान, बोलीं- कम से कम वो जिंदा तो हैं…


कंगना रनौत थप्पड़ कांड पर स्वरा भास्कर का बयान, बोलीं- कम से कम वो जिंदा तो हैं…एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने कंगना रनौत थप्पड़ कांड पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि कंगना को बस थप्पड़ मारा गया और ऐसा भी नहीं होना चाहिए था, लेकिन कम से कम वो जिंदा तो हैं।Follow usFollow usमुंबई: एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत को हाल ही में चंडीगढ़ एअरपोर्ट पर सीएसआईएफ महिला सुरक्षाकर्मी ने थप्पड़ मारा था। साथ ही उन्हें गालियां भी दी थी। अब इस मामले को लेकर फिल्मी जगत से लोगों का रिएक्शन सामने आ रहा है। अब इस मामले पर एक्ट्रेस स्वरा भास्कर का भी बयान सामने आ रहा है।स्वरा भास्कर का बयानएक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने कहा कि कोई भी समझदार इंसान यही कहेगा कि कंगना के साथ जो कुछ भी हुआ, वो गलत था। कोई भी ऐसा नहीं है, जो कंगना के साथ हुई हिंसा या मारपीट को सही ठहराए। लोग कंगना के राइट विंग सपोर्ट्स से यही कर रहे थे कि उन्हें इस बारे में नहीं बोलना चाहिए, क्योंकि वे ही लोग हैं, जो लीचिंग को सही ठहराते हैं।स्वरा भास्कर ने आगे कहा कि कंगना को बस थप्पड़ मारा गया और ऐसा भी नहीं होना चाहिए था, लेकिन कम से कम वो जिंदा तो हैं। कंगना के आसपास उनकी सुरक्षा हैं। इस देश में, लोगों ने तो अपनी जान तक गंवाई। उन्हें पीट-पीटकर मार डाला गया है। सुरक्षाकर्मियों द्वारा ट्रेन में गोली मारकर हत्या कर दी गई है।एक्ट्रेस ने बताया कि दंगों में, सुरक्षाकर्मियों को लोगों की पिटाई करते हुए रिकॉर्ड किया गया है, जो लोग ये सारे कामों को जायज ठहरा रहे हैं, वो फिर आके कंगना के केस पर हमें मत सिखाओं। कंगना मामले में समस्या ये है कि उन्होंने खुद अपने मंच का इस्तेमाल हिंसा को सही ठहराने के लिए किया है। उनके पुराने ट्वीट फिर सामने आए, जिसमें ये सब देखने को मिलता है।अशोक पंडित का बयानफिल्ममेकर अशोक पंडित ने भी इस मामले पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि कंगना के साथ जो हरकत की गई है, वह बहुत गलत है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। देश की पूर्व पीएम रहीं इंदिरा गांधी के साथ भी यही सलूक किया गया था। आज कंगना के साथ भी ऐसा हो रहा है। मैं हमलावर की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करता हूं, ताकि उसे आतंकवाद कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा मिल सके। जब रक्षक ही आम आदमी पर हमलावर बन जाएं, तो हम कितने सुरक्षित हैं? यह एक खतरनाक चलन है। ये देश के अंदर के दुश्मन हैं।


Source: Dainik Bhaskar June 15, 2024 23:11 UTC



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