भुवनेश्वर,जेएनएन। ओडिशा के प्रमुख पर्व रजो पर्व के दिन एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। इस तीन दिवसीय पर्व के दौरान किशोरियां नए कपड़े पहनकर सजने संवरने के साथ ही मेहंदी लगाती हैं और झूले का आनंद लेती हैं। तीन दिनों तक इनसे घर का कोई भी काम नहीं कराने की परंपरा है। ऐसे त्योहार के दिन जब किशोरियों को विशेष तवज्जो दी जाती है, उस दिन एक पिता ने अपनी तीन मासूम बेटियों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी पंखे से फंदा लगाकर खुदकशी कर ली। मृतकों में पिता दुर्गा सिद्धू व उसकी तीन नाबालिग पुत्रियां चबे, चुकुल व मुक्ता शामिल हैं। तीनों किशोरियों की उम्र 6 से 9 साल के बीच बताई गई है।क्योंझर जिला के आनंदपुर थाना अंतर्गत पुली बसा गांव में घटी इस घटना के पीछे आर्थिक तंगी प्रमुख कारण बताई गई है। क्योंझर जिला के बसा गांव के दुर्गा सिद्धू की पत्नी का तीन साल पहले निधन हो गया था। इसके बाद तीनों बच्चियों चबे, चुकुल व मुक्ता के लालन-पालन और बुजुर्ग मां की पूरी जिम्मेदारी दुर्गा के कंधे पर थी। इसके चलते वह हमेशा तनाव में रहते थे।शुक्रवार को रजो पर्व के लिए दुर्गा अपने तीनों बच्चियों के लिए नई पोशाक लाया था। घर में रजो पर्व का उल्लास था। अपराह्न में दुर्गा की मां घर का कुछ सामन लेने बाजार गई थीं। इसी दौरान तीनों बच्चियां किसी बात को लेकर आपस में झगड़ने लगीं। दुर्गा को बच्चियों की यह हरकत काफी नागवार लगी। उसने गुस्से में कुल्हाड़ी से मारकर अपनी तीनों बच्चियों की हत्या कर दी। इसके बाद पंखे के सहारे फांसी लगाकर खुदकशी कर ली।लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एपPosted By: Tanisk
Source: Dainik Jagran June 15, 2019 17:16 UTC