एसीपी के भाई हरीश शर्मा को एसीपी की एक पेन ड्राइव मिली है, जिसने ACP की खुदकुशी में दिल्ली पुलिस महकमे को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है. जब मैं 2nd Bn में और पीएचक्यू में था तो मैंने वीआरएस लेने की कोशिश भी की. मैं अपने परिवार को मेरे डिप्रेशन के कारणों के बारे में भी नहीं बता सकता अगर हम जिंदगी को खुशी से नहीं जी सकते तो फिर उदासी में जिंदगी किस काम की. मुझे पता है कि अब हर एक गलती के लिए मेरे जिम्मेदार मेरी ब्रांच में मुझे जिम्मेदार ठहराया जाएगा. इसके अलावा 14 रिवार्ड उन पुलिसकर्मियों के लिए था जिन्होंने मेहनत करके अज्ञात शवों की पहचान की थी.
Source: NDTV April 02, 2019 18:00 UTC