एमपीएचडब्ल्यू नेताओं पर एस्मा लगा 12 बजे घरों पर रेड कर तीन को उठाया - News Summed Up

एमपीएचडब्ल्यू नेताओं पर एस्मा लगा 12 बजे घरों पर रेड कर तीन को उठाया


दस दिन से हड़ताल पर चल रहे एमपीएचडब्ल्यू कर्मियों पर सीएमओ की शिकायत पर गुरुवार रात 11 बजे पुलिस ने अत्यावश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (एस्मा) के तहत केस दर्ज किया। नामजद नौ कर्मचारियों में से पुलिस ने रोहित, सुरेश और विरेंद्र कुमार के घर रात 12 बजे रेड कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि गिरफ्तार तीनों पुरुष कर्मी आंदोलन की पूरी रूपरेखा तैयार करते थे। दोपहर दो बजे उन्हें कोर्ट में पेश किया। जज ने पूछा कि आरोपियों की तरफ से वकील कौन है, लेकिन पुलिस ने जवाब दिया कि इन्होंने वकील करने से मना कर दिया और ये लोग जमानत भी नहीं लेना चाहते। कोर्ट ने इसके बाद तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। नौकरी नियम के अनुसार अगर कोई कर्मी 14 दिन तक न्यायिक हिरासत में रहता है तो वह सस्पेंड हो जाता है।जैसे ही दिन निकला तो यह बात हड़ताल में शामिल कर्मचारियों तक पहुंची। कर्मचारियों ने थाने का घेराव करने का ऐलान कर दिया। यह सूचना पुलिस तक पहुंची तो पुलिस ने तीनों गिरफ्तार कर्मचारी नेताओं को शहर यमुनानगर थाना से कहीं और शिफ्ट कर दिया। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे कर्मचारी शहर यमुनानगर थाने में पहुंच गए और वहां पर जमकर हंगामा किया। करीब दो घंटे तक नारेबाजी की।इनकी मांग थी कि या तो उन सभी को गिरफ्तार किया जाए या फिर गिरफ्तार साथियों को रिहा किया जाए। एसएचओ नरेंद्र राणा ने उन्हें कहा कि इस तरह से प्रदर्शन करना गलत है। जिन भी कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज है वे अपनी गिरफ्तारी दे सकते हैं, नहीं तो पुलिस को घर पर रेड कर उन्हें गिरफ्तार करना पड़ेगा। थाने में प्रदर्शन करने की पुलिस ने वीडियोग्राफी भी कराई। करीब ढाई बजे कर्मचारी वहां से वापस लौट गए।सीएमओ ने एसपी को लिखी शिकायत में कहा कि एमपीएचडब्ल्यू कर्मी 27 अगस्त से हड़ताल पर चल रहे हैं। सरकार ने 31 अगस्त को एस्मा लगा दिया था, लेकिन इसके बाद भी कर्मी ड्यूटी पर नहीं आए। हड़ताल पर गए कर्मचारी हड़ताल में शामिल न होने वाले कर्मियों को भी काम नहीं करने दे रहे हैं।एमपीएचडब्ल्यू के 160 कर्मचारी हड़ताल पर गए हैं। करीब 25 से 30 कर्मचारी काम पर हैं। जो हड़ताल पर गए हैं उन्हें टर्मिनेट करने की तैयारी चल रही है। उनकी जगह जल्द ही नई भर्ती की जाएगी। डॉ. कुलदीप सिंह, सिविल सर्जनपुलिस ने नामजद कर्मियों में से बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष रोहित, सचिव सुरेश कुमार और बिलासपुर ब्लॉक प्रधान वीरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तीनों कर्मचारियों ने पांच सितंबर को सरकार के खिलाफ मुंडन भी कराया था। वहीं नामजद संतोष एसोसिएशन के राज्य सचिव हैं। अंजू जिला प्रधान हैं। इसके साथ ही नामजद परमजीत, रूबी और प्रोमिला एचयूएचएम कर्मी हैं। तीनों एएनएम के पद पर तैनात बताई गईं हैं।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एमपीएचडब्ल्यू कर्मियों की हड़ताल का खास असर नहीं है। हड़ताली कर्मचारियों काकाम दूसरे कर्मचारियों से कराया जा रहा है। ओपीडी भी सामान्य है। इस बार डेंगू व मलेरिया का प्रकोप भी ज्यादा नहीं है। अभी तक 72 केस मलेरिया के और एक केस डेंगू का सामने आया है।


Source: Dainik Bhaskar September 07, 2018 22:18 UTC



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