एक देश की एक साथ 2 क्रिकेट टीमें: भारत की तरह अन्य देश भी अपना सकते हैं यह मॉडल, विशेषज्ञ बोले- ऐसा करना समय की मांग - News Summed Up

एक देश की एक साथ 2 क्रिकेट टीमें: भारत की तरह अन्य देश भी अपना सकते हैं यह मॉडल, विशेषज्ञ बोले- ऐसा करना समय की मांग


Hindi NewsSportsCricketTwo Cricket Teams At A Time Others Nations Can Adopt Indian Strategy In FutureAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपएक देश की एक साथ 2 क्रिकेट टीमें: भारत की तरह अन्य देश भी अपना सकते हैं यह मॉडल, विशेषज्ञ बोले- ऐसा करना समय की मांगनई दिल्ली 11 घंटे पहलेकॉपी लिंकटीम इंडिया जुलाई में वनडे और टी-20 सीरीज खेलने श्रीलंका दौरे पर जाएगी। हालांकि उस समय भारत की 20 सदस्यों वाली एक टीम इंग्लैंड में भी होगी, जो अगस्त-सितंबर में मेजबान टीम से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। यानी एक ही समय में भारत की दो टीमें अलग-अलग सीरीज के लिए अलग-अलग देशों में होगी।माना जा रहा है कि कई अन्य देश भी आने वाले दिनों में इस मॉडल को अपना सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा करना समय की मांग है। चलिए जानने की कोशिश करते हैं कि क्या नियमित तौर पर ऐसा करना संभव है। क्या पहले भी कभी एक समय में एक देश की दो टीमें हुई हैं और सबसे बड़ी बात ये कि ऐसा करना अब क्यों जरूरी है? 1998 में एक टीम पाकिस्तान से खेल रही थी और दूसरी कॉमनवेल्थ गेम्स मेंभारत ने पहले भी एक समय में दो अलग-अलग टीमें बनाई हैं। ऐसा 1998 में हो चुका है। उस समय भारत की एक टीम पाकिस्तान के खिलाफ कनाडा में वनडे सीरीज खेल रही थी। वहीं, अजय जडेजा की कप्तानी में दूसरी टीम मलेशिया में कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले रही थी। पाकिस्तान ने भी दो अलग-अलग टीमें बनाई थीं।ऑस्ट्रेलिया भी इस साल मार्च में एक साथ दो अलग-अलग टीमें बनाने वाला था।इस साल ऑस्ट्रेलिया भी था दो टीम बनाने की तैयारी मेंइसी साल फरवरी-मार्च में ऑस्ट्रेलिया भी दो टीमें बनाने की तैयारी में था। एक टीम न्यूजीलैंड के साथ सीमित ओवर के मैचों की सीरीज खेल रही थी। वहीं, दूसरी टीम को टेस्ट सीरीज के लिए साउथ अफ्रीका के दौरे पर जाना था। हालांकि उस समय साउथ अफ्रीका में कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण दौरा रद्द कर दिया गया।जेम्स सदरलैंड ने 2010 में ही दिया था सुझावक्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के पूर्व CEO जेम्स सदरलैंड ने 2010 में भी एक देश की दो अलग-अलग टीम बनाने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा था कि दुनियाभर में कई क्रिकेट लीग होने के कारण इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए कम समय मिल रहा है। ऐसे में सभी टूर मुकम्मल कराने के लिए अलग-अलग टीमें बनानी चाहिए। उन्होंने कहा था कि इससे खिलाड़ियों के पास सुविधा होती है कि वे किसी एक फॉर्मेट के स्पेशलिस्ट बनें। ऐसा होने पर एक देश की एक टीम कहीं टेस्ट सीरीज खेल रही होती, तो दूसरी टीम कहीं वनडे या टी-20 सीरीज खेल रही होती।सदरलैंड ने भारत की दो अलग-अलग टीमों पर भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि आज नहीं तो कल ऐसा होना ही था। यह समय की मांग है और अच्छा फैसला है।पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान और PCB के पूर्व अधिकारी रमीज राजा का मानना है कि सभी देशों के पास एक साथ दो टीमें बनाने लायक टैलेंट पूल का अभाव है।सभी देश दो टीम बनाने में सक्षम नहींः रमीज राजापाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के पूर्व CEO रह चुके रमीज राजा इस शुरुआत से बहुत ज्यादा सहमत नहीं दिखे। रमीज ने कहा कि अभी कुछ देशों के पास ही एक समय में दो टीमें बनाने लायक टैलेंट पूल मौजूद है। बहुत से देश ऐसा नहीं कर सकते हैं। न्यूजीलैंड की आबादी 60 लाख से भी कम है। उसके लिए लगातार दो टीमें बनाना मुमकिन नहीं होगा। इसी तरह कई अन्य छोटे देश भी मुश्किल में आ सकते हैं।देश में क्रिकेट इन्फ्रास्ट्रक्चर का बेहतर होना जरूरीविशेषज्ञों का कहना है कि एक समय में दो या अधिक नेशनल टीम बनाने के लिए किसी भी देश में बेहतर क्रिकेट इन्फ्रास्ट्रक्चर का होना जरूरी है। भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के लिए ऐसा करना बहुत मुश्किल नहीं होगा। इन देशों में घरेलू क्रिकेट का ढांचा मजबूत है और साथ ही इन देशों के क्रिकेट बोर्ड वित्तीय रूप से अधिक संपन्न हैं।फ्रेंचाइजी क्रिकेट के बढ़ते दौर में जरूरी कदमफ्रेंचाइजी आधारित लीग फुटबॉल, बास्केटबॉल सहित कई खेलों में लंबे समय से चल रही है, लेकिन क्रिकेट की स्थिति काफी अलग है। क्रिकेट उन गिने-चुने खेलों में है जो एक साथ तीन अलग-अलग फॉर्मेट में खेला जाता है। आने वाले समय में IPL में टीमें बढ़ेंगी। ऐसा भी माना जा रहा कि कुछ सालों बाद IPL में एक से ज्यादा टियर हो सकते हैं। ऐसे में यह लीग ज्यादा समय लेगी, लेकिन इसके लिए इंटरनेशनल क्रिकेट को रोका नहीं जा सकता है।इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए कम समय मिलेगा तो अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग-अलग टीमें बनाकर कम समय में भी ज्यादा से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेले जा सकते हैं। दर्शकों के पास भी अपनी पसंद के फॉर्मेट के मुकाबले देखने का ऑप्शन होगा। खिलाड़ियों के पास भी अलग-अलग फॉर्मेट के लिहाज से स्पेशलाइजेशन करने का मौका होगा।


Source: Dainik Bhaskar May 12, 2021 00:22 UTC



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