उत्तराखंड आइए, यहां तैयार हो रहे 'वेड इन इंडिया' डेस्टिनेशन, PM मोदी की अपील 'भारत में शादी' का जल्‍द दिखने लगेगा असर - News Summed Up

उत्तराखंड आइए, यहां तैयार हो रहे 'वेड इन इंडिया' डेस्टिनेशन, PM मोदी की अपील 'भारत में शादी' का जल्‍द दिखने लगेगा असर


किशोर जोशी, नैनीताल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'वेड इन इंडिया' यानी भारत में शादी की अपील का असर नए साल से उत्तराखंड में दिखने लगेगा। दिसंबर में उत्तराखंड दौरे पर आए पीएम ने पहाड़ की प्रकृति प्रदत्त सुंदरता व दिव्यता का जिक्र करते हुए शादी के लिए यहां पहुंचने की बात कही थी।इसी आह्वान पर कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) ने अपने पर्यटक विश्राम गृहों (टीआरसी) को वेडिंग डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। निगम ने नैनीताल जिले की प्रसिद्ध झील नौकुचियाताल में अपने गेस्ट हाउस को वेडिंग डेस्टिनेशन के अनुसार सुविधाएं जुटाने के साथ ही इसकी ब्राडिंग भी आरंभ कर दी हैं।जिम कार्बेट की नगरी रामनगर में भी इसके लिए सुविधाएं जुटाई जा रही हैं, जबकि लोहाघाट के एबटमाउंट, मुक्तेश्वर व धारचूला समेत अन्य खूबसूरत हिल स्टेशनों पर पर्यटकों की मांग के अनुसार सुविधाएं जुटाने के लिए प्रस्ताव तैयार हो रहा है।कुमाऊं में केमएवीएन के 45 टीआरसी हैं। इसमें से नैनीताल जिले के सूखाताल, नौकुचियाताल,तल्लीताल,भीमताल व मुक्तेश्वर, अल्मोड़ा जिले में चिलियानौला,अल्मोड़ा, रानीखेत, जागेश्वर, कौसानी व बिनसर,पिथौरागढ़ जिले के चौकोड़ी, मुनस्यारी व धारचूला तथा चंपावत जिले में लोहाघाट का एबटमाउंट पर्यटक विश्राम गृह ए श्रेणी के हैं।इसके अलावा 14 टीआरसी बी तथा 14 सी श्रेणी के हैं। निगम के विश्राम गृहों में पर्यटक बुकिंग कराकर रुकते रहे हैं। साथ ही काठगोदाम, भीमताल, चौकोड़ी, पिथौरागढ़ व धारचूला के टीआरसी आदि कैलास व कैलास मानसरोवर यात्रा के दौरान पर्यटकों को उपलब्ध रहते हैं।अब केएमवीएन टीआरसी में विवाह आयोजन के लिए जरूरी सुविधाएं जुटाने को प्रस्ताव तैयार कर रहा है। पर्यटक विश्राम गृहों को सुविधाओं से लैस किया जाएगा ताकि दूसरे राज्यों के लोग वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए कुमाऊं को चुनें।पहले चरण में ए श्रेणी वाले टीआरसी में बैंड-बाजा-बारातकेएमवीएन के एमडी डा. संदीप तिवारी के अनुसार निगम पहले ए श्रेणी वाले टीआरसी को वेडिंग डेस्टिनेशन बनाते हुए वेबसाइट व अन्य माध्यमों से ब्रांडिंग करेगा। ताकि नए साल में शादी के सीजन से यहां टीआरसी से बैंड-बाजे की धुन सुनाई देनी लगे।इससे न केवल केएमवीएन की आय बढ़ेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर भी लोगों को कई तरह से रोजगार मिलेगा। इसमें फूलों की सजावट, कैटरिंग, बैंड बाजा बुकिंग, हास्पिटेलिटी आदि काम स्थानीय लोगों की आर्थिकी सशक्त करने का माध्यम बनेगा।नौकुचियाताल में परिचय टीआरएच को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा चुका है और ब्रांडिंग भी यहीं से शुरू की गई है। रामनगर को भी तैयार किया जा रहा है। जबकि इसके बाद एबटमाउंट को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां से हिमालय की चोटियों के भव्य दर्शन भी होते हैं।यह होगा स्लोगननिगम ने इसके लिए स्लोगन भी बनाया है, जिसमें लिखा है- कुमाऊं एक लोकप्रिय शादी स्थल है। जो शांतिपूर्ण वातावरण, सुखद जलवायु और बर्फ से ढके पहाड़ प्रदान करता है। तो सही मंजिल में एक साथ आओ, कल्पना के साथ अपने जीवन की शुरुआत करें।निगम की वेबसाइट के साथ ही फोन नंबर के माध्यम से बुकिंग की जा रही है। निगम की ओर से इसकी ब्रांडिंग के लिए इंटरनेट मीडिया पर हैशटैग इंडियावेडिंग, उत्तराखंड:डेस्टिनेशनलवैडिंग, हैशटैग कुमाऊं, केएमवीएन, उत्तराखंड टूरिज्म, हैशटेग उत्तराखंडहैवन भी चलाया जा रहा है।निगम के दिल्ली, मुंबई जनसंपर्क कार्यालयों से भी बुकिंग संभवनिगम के जीएम एपी बाजपेयी के अनुसार केएमवीएन के जनसंपर्क कार्यालयों के माध्यम से भी वेडिंग इवेंट के लिए बुकिंग की जा सकती है। यह कार्यालय दिल्ली, देहरादून, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, कोलकाता में संचालित हैं।यह भी पढ़ें -Uttarakhand News: 'जनता के साथ अन्याय करने वाले निकाल रहे न्याय पदयात्रा', भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने किया कांग्रेस पर कटाक्षउत्तराखंड के स्कूली छात्र पढ़ेंगे अपनी लोक भाषा, अब गढ़वाली व कुमाऊंनी होंगी पाठ्यक्रम का हिस्सा; ये लेखक लिख रहे पुस्तकें


Source: Dainik Jagran January 07, 2024 18:52 UTC



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