इन 4 सरकारी बैंकों की हालत सबसे खराब एनपीसीआई के आंकड़ों के मुताबिक सरकार के मालिकाना हक वाले कॉरपोरेशन बैंक में ग्राहकों को सबसे अधिक तकनीकी परेशानियां झेलनी पड़ीं। इसमें करीब 14.8 फीसदी ट्रांजेक्शन डिक्लाइन हुईं। वहीं कैनरा बैंक में 9.8 फीसदी ट्रांजेक्शन फेल हुईं। बैंक ऑफ इंडिया 4.2 फीसदी ट्रांजेक्शन फेल होने के साथ इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है। वहीं देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक भी इससे बच नहीं सका। भारतीय स्टेट बैंक में 3.7 फीसदी ट्रांजेक्शन फेल हुईं।प्राइवेट बैंकों में शामिल हैं ये 4 नाम यह फेल्योर यानी ट्रांजेक्शन डिक्लाइन होने की स्थिति सर्वर डाउन होने या फिर बैंक में किसी तरह के नेटवर्क इश्यू के चलते होती है। अगर तुलना करें तो सरकारी बैंकों की अपेक्षा प्राइवेट बैंकों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में 1 फीसदी से भी कम ट्रांजेक्शन डिक्लाइन हुईं। बड़े प्राइवेट बैंकों में कोटक महिंद्रा बैंक के सबसे अधिक ट्रांजेक्शन अक्टूबर में डिक्लाइन हुए, जो आंकड़ा 2.36 फीसदी रहा।
Source: Navbharat Times November 21, 2020 05:37 UTC