बॉलीवुड डेस्क. साउथ इंडस्ट्री की 25 से अधिक फिल्मों में काम करने के बाद रेजिना कैसेंड्रा ने 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’ से बॉलीवुड में एंट्री की है। अपनी पहली ही हिंदी फिल्म में उन्होंने एक ऐसा किरदार निभाया है जिसके लिए शायद ही कोई दूसरी एक्ट्रेस कंफर्टेबल होती। दैनिक भास्कर से हुई बातचीत में रेजिना ने बॉलीवुड डेब्यू, मीटू, बोल्ड सब्जेक्ट आदि पर चर्चा की।रेजिना कैसेंड्रा ने बताया कि एक दिन अचानक मुझे शैली चोपड़ा का फोन आया। उन्होंने कहा कि वे मुझे जानती हैं। मेरा काम तमिल और तेलुगु फिल्मों में देखा है। हालांकि, उस समय मैं उन्हें नहीं जानती थी। उन्होंने कहा कि तुम्हारे लिए एक रोल है और क्या मीटिंग के लिए आ सकती हो। मुझे नहीं पता था कि वह विधु विनोद चोपड़ा की बहन हैं। जब मैंने स्क्रिप्ट सुनी तो मैं फिल्म में अपने रोल को लेकर चिंता में थी। मुझे यकीन नहीं था कि यह फिल्म रियल में हिंदी सिनेमा में मेरा लॉन्च पैड होनी चाहिए। हालांकि, शैली ने कहा कि मुझे उन पर भरोसा करना चाहिए और यह फिल्म मुझे निराश नहीं करेगी और मैंने इसे इसी तरह से लिया।रेजिना कैसेंड्रा ने बताया कि मैं हिंदी फिल्म के सेट पर पहली बार काम कर रही थी। इस दौरान मैंने दक्षिण और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कुछ अंतर पाया। दक्षिण के लोग समय के बेहद पाबंद हैं जो बॉलीवुड के मामले में नहीं है, लेकिन हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के बारे में एक बात मुझे अच्छी लगी कि लोग अच्छी तरह से ऑर्गनाइज्ड हैं और उनके पास अच्छे इक्विपमेंट हैं। बॉलीवुड में हर कोई वॉकी-टॉकी से लैस रहता है, इसलिए भले ही कोई गड़बड़ हो कोई हंगामा नहीं होता और चीजों को चुपचाप निपटा लिया जाता है। हमारे यहां सेट के एक कोने से दूसरे कोने तक सब चिल्ला रहे होते हैं।
Source: Dainik Bhaskar February 08, 2019 06:36 UTC