क्या आपने कभी ये सोचा है कि कोई इंसान बीच समंदर में गिर जाए, उसके पास कोई सहारा भी ना हो, तो वो क्या करेगा? पहले तो वो तैरेगा, जितना तैर सकता है लेकिन समंदर हौसले तोड़ देता है आखिर में वो हार मान जाएगा। लेकिन एक शख्स ने बीच समंदर के कई घंटों तक फंसे रहने के बाद खुद की जान बचा ली। पता है कैसे? इसके लिए उन्होंने कचरे का सहारा लिया।बताते हैं पूरी कहानी? इस शख्स का नाम है विदम परवर्तीलोव (Vidam Perevertilov), वो सिल्वर सपोर्टर नाम के जहाज के चीफ इंजीनियर और नाविक थे। हाल ही में वो अपने जहाज से प्रशांत महासागर में गिर गए। जब गिरे तो उन्होंने लाइफ जैकेट भी नहीं पहनी थी।नींद में थे और गिर गए16 फरवरी की देर रात करीब 3.45 बजे की बात है। जब विदम परवर्तीलोव इंजन रूम में फ्यूल पंपिंग मशीन के पास थे। नींद और थकान महसूस हुई तो वो हवा खाने के लिए बाहर आ गए। इस दौरान वो स्ट्रेचिंग कर रहे थे। तभी वो समंदर में गिर गए।बाद में लोगों को पता चलाछह घंटे बाद ही जहाज के कर्मचारियों को पता चला कि विदम परवर्तीलोव जहाज से गायब हैं। जहाज को वापस घुमाया गया। आसपास इमरजेंसी मैसेज भेजे गए। 14 घंटे के बाद किसी को उनकी आवाज सुनाई दी। दूर समुद्र में एक आदमी जहाज की तरफ हाथ हिला रहा था। वो विदम ही थे।ऐसे बचाई कचरे ने जानगिरने के थोड़ी दूरी बाद उन्हें काले रंग का कुछ तैरता हुआ दिखाई दिया। उन्हें लगा ये फिशिंग ब्वॉय है। लेकिन वो तो समुद्र में तैरता हुआ कचरा था। उन्होंने उसे ही थाम लिया। 14 घंटों तक उन्होंने उसे ही थामे रखा। उस कचरे ने ही उनका जीवन बचाया। उसे पकड़कर ही वो समुद्र में तैरते रहे। बता दें कि सिल्वर सपोर्टर जहाज लिथुआनिया देश का है। ये जहाज यूके के पिटकैयर्न और न्यूजीलैंड के तारुंगा पोर्ट के बीच कार्गो लेकर आता जाता है।
Source: Navbharat Times March 01, 2021 06:41 UTC