के पुलवामा में आतंकी आदिल डार के घर भी लोगों की भीड़ जुट रही है। आस-पास और गांव के लोग परिवार के प्रति संवेदना जताने के लिए जुट रहे हैं। इनमें से कई लोग आदिल के पिता गुलाम को मुबारकबाद भी दे रहे हैं। हालांकि, गुलाम का कहना है कि हमें भी सीआरपीएफ के जवानों के जाने का गम है। बता दें, काकापोरा गांव पहले से आतंकी गतिविधियों का गढ़ रहा है। लश्कर ए तैयबा के अबू दुजाना का यहां ताल्लुक रहा है।'हमें जवानों के जाने का गम'- इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, काकापोरा गांव में आदिल के घर के बाहर एक टेंट लगा हुआ है। यहीं पर कश्मीरी पोशाक में आदिल के पिता गुलाम हसन डार बैठे हैं।- गांव और आस-पास के लोग एक-एक करके यहां पहुंच रहे हैं और उनसे संवेदना जताकर चल जा रहे हैं। हालांकि, इनमें से कई ऐसे लोग भी हैं जो उन्हें मुबारक बोल रहे हैं।- पुलवामा हमले के बाद इंडिया टुडे लोगों का मूड जानने के लिए यहां पहुंचा। टीम ने आतंकी के पिता गुलाम और उसके परिवार के बाकी सदस्यों से बात भी की।- गुलाम ने कहा, हम सीआरपीएफ के जवानों के जाने पर खुशी नहीं मना रहे हैं। हम परिवारों के दर्द को समझते हैं क्योंकि हम कश्मीर में सालों से हिंसा झेल रहे हैं।- गुलाम ने कहा, मैं युवाओं को कोई संदेश नहीं देना चाहता, लेकिन सरकार से इतनी अपील जरूर कर सकता हूं कि वो इस खून-खराबे और हिंसा को खत्म करने के लिए कोई रास्ता निकाले और युवाओं को ऐसे रास्ते पर जाने से रोके।आतंकियों का गढ़ है ये गांव- बता दें, काकापोरा गांव पहले से ही आतंकी गतिविधियों का गढ़ रहा है। इस जगह का ताल्लुक लश्कर-ए तैयबा के अबु दुजाना से रहा है। सिक्योरिटी फोर्सेज की एक कार्रवाई में दुजाना को मारा गया था।- काकापोरा और आस-पास के गांवों में युवाओं को बहुत कट्टरपंथी माना जाता है। सिक्योरिटी फोर्सेज ने यहां आतंकवादियों के सफाए के लिए नियमित तौर पर अभियान चला रखा है।
Source: Dainik Bhaskar February 17, 2019 13:41 UTC