आर्थिक संकट के दौर से गुज़र रहे बिज़नेस टायकून अनिल अंबानी की आखिरी 'मज़बूत' कंपनी की हालत में भी दरार पड़ती दिखाई देने लगी हैं. Bloomberg में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस कैपिटल को मई और जून में 252 मिलियन डॉलर का कर्ज़ चुकाना है, सो, मूडी'ज़ इन्वेस्टर्स सर्विस और दो अन्य स्थानीय फर्मों ने उसकी रेटिंग को घटा दिया है, तथा एसेट बिक्री में आ रही अड़चनों, बिगड़ती लिक्विडिटी को वजह करार दिया है. कंपनी के मुताबिक, 43 प्रतिशत हिस्सेदारी का मूल्यांकन 5,300 करोड़ रुपये किया गया है. 18 अप्रैल को एक बयान में CARE रेटिंग्स ने कहा था कि 14,000 करोड़ रुपये के विनिवेश की योजना के बावजूद सभी लेन-देन तय वक्त से पीछे चल रहे हैं, और रिलायंस कैपिटल की रेटिंग को A+ से घटाकर A कर दिया गया था. गौरतलब है किBloomberg द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2008 में अनिल अंबानी की कंपनियों में हिस्सेदारी या नेट वर्थ31 अरब अमेरिकी डॉलर थी, जो अब सिर्फ 12 करोड़ डॉलर रह गई है.
Source: NDTV May 03, 2019 07:52 UTC