Hindi NewsLocalDelhi ncrFaridabadBhaskar Khas: Principal Chief Security Commissioner Said, RPF Jawans Doing Duty In Public Area Are Doing Recoveryअवैध वसूली पर लगाम: प्रिंसिपल चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर बोले- पब्लिक एरिया में ड्यूटी करने वाले आरपीएफ जवान कर रहे वसूलीफरीदाबाद 8 घंटे पहलेकॉपी लिंकरेलवे बोर्ड को लगातार यह शिकायत मिल रही है कि पब्लिक एरिया में ड्यटी करने वाले आरपीएफ जवान पैसों की वसूली कर रहे हैं।रेलवे में टीटीई स्टाफ की तरह अब आरपीएफ जवानों को भी ड्यटी शुरू करने से पहले अपने पैसे थाने में जमा कराने होंगे। रजिस्टर में उन पैसों को दर्ज किया जाएगा। इसके बाद ही वह ड्यूटी पर जा सकेंगे। क्योंकि रेलवे बोर्ड को लगातार यह शिकायत मिल रही है कि पब्लिक एरिया में ड्यटी करने वाले आरपीएफ जवान पैसों की वसूली कर रहे हैं। इससे विभाग की छवि खराब हाे रही है।उत्तर रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने दिल्ली, फिरोजपुर, मुरादाबाद, अंबाला, लखनऊ मंडलों के मुख्य सुरक्षा आयुक्त को आदेश जारी कर इस पर रोक लगाने काे कहा है। इसके लिए सभी थाना व आउट पोस्ट पर एक रजिस्टर बनाकर उसमें ड्यटी करने वाले जवानों के पैसों का रिकार्ड दर्ज करने को कहा है। यही नहीं सुरक्षा आयुक्त एवं सहायक सुरक्षा आयुक्त समेत अन्य अधिकारी जवानों की रेंडम चेकिंग भी करेंगे।आरपीएफ थाना पलवलइन स्थानों से वसूली की मिली है शिकायतेंरेलवे सूत्रों की मानें ताे रेलवे बोर्ड को वसूली की जो शिकायतें मिली है उसमें कहा गया है कि आरपीएफकर्मी अधिक पब्लिक एरिया वाले स्थानों जैसे पार्सल आफिस, गुड्स शेड्स, ट्रेन स्कार्टस ड्यूटीज में यात्रियों से पैसों की वसूली करते हैं। लोगों से खुलेआम पैसे मांगते हैं। खासकर पार्सल आफिस के गेट पर तैनात रहने वाले आरपीएफ पैसे एकत्र करते हैं। इससे रेलवे की छवि खराब हो रही है। यही नहीं ट्रेनों में स्कार्टस करने वाले जवानों को अवैध रूप से चलने वाले वेंडरों या फिर सामान्य टिकट लेकर रिजर्वेशन कोच मेें सफर करने वाले यात्रियों से वसूली करते हुए आसानी से देखा जा सकता है।आरपीएफ की फाइल फोटोरेलवे की सुरक्षा में लगे हैं 65000 से अधिक जवानउत्तर रेलवे समेत सभी 16 मंडलों में रेलवे की सुरक्षा में करीब 65000 जवानों लगे हैं। अकेले उत्तर रेलवे में इनकी संख्या 7000 से अधिक है। दिल्ली डिवीजन के ईस्ट और वेस्ट की बात करें तो वर्तमान में यहां आरपीएफ थाने, आउट पोस्टों, पार्सल आफिस, गुड्स शेड्स और ट्रेनों की स्कार्ट्स आदि की सुरक्षा में 1800 से अधिक आरपीएफ जवान कार्यरत हैं। जवानों द्वारा खुलेआम पब्लिक से पैसे वसूलने की शिकायत को रेलवे ने गंभीरता से लेते हुए इस पर सख्ती बरतने का आदेश जारी कर दिया है।वसूली करने वालों सेसहायक सुरक्षा आयुक्त स्तर के अधिकारी करंेगे रेंडम चेकिंगउत्तर रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त द्वारा जारी किए आदेश में कहा गया है कि सहायक सुरक्षा आयुक्त समेत अन्य अधिकारी ड्यूटी करने वाले जवानों के पैसों की रेंडम चेकिंग करें। उन पैसों का रजिस्टर में दर्ज पैसों से मिलान करें। इसमें किसी प्रकार की काेताही नहीं होनी चाहिए। अधिकारी सुरक्षा सम्मेलन आयोजित कर आरपीएफ जवानों को इस बात से अवगत कराएं। प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने दिल्ली डिवीजन के सभी आरपीएफ थाना प्रभारियों व आउट पोस्ट इंचार्जों को इस आदेश से अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि थाने आैर आउट पोस्ट चौकियों पर रजिस्टर बनाकर रोजाना ड्यूटी करने वाले आरपीएफ जवानों को ड्यूटी शुरू करने से पहले उनके पैसे जमा कराएं और उसे रजिस्टर में दर्ज करें। ड्यूटी ऑफ होने के बाद उन्हें पैसे वापस करें। इंस्पेक्टर इसकी मॉनिटरिंग करेंगे।
Source: Dainik Bhaskar June 05, 2021 12:00 UTC