अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि 2020 के चुनाव में वे अपने विरोधी के खिलाफ विदेश से मिलने वाली जानकारी का स्वागत करेंगे। ट्रम्प का यह बयान इस वजह से भी अहम है, क्योंकि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में उन पर रूस की मदद लेने का आरोप लगा था। इस मामले में अमेरिकी सांसद उनके बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर से आज ही पूछताछ कर रहे हैं।ट्रम्प से सवाल किया गया था कि इस बार के चुनाव में किसी विपक्षी नेता के बारे में चीन या रूस से कोई जानकारी मिलती है तो वे क्या करेंगे? ट्रम्प ने कहा कि आपको ऐसी हर चीज सुनने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। सुनने में कोई बुराई नहीं है।ट्रम्प के मुताबिक- मैं विदेश से मिलने वाली किसी जानकारी को चुनाव में दखलंदाजी नहीं मानता। अगर किसी देश के पास कोई जानकारी है तो उसे लेने में उन्हें कोई हर्ज नहीं। अगर मुझे कुछ गलत लगता है तो एफबीआई को इसकी सूचना दूंगा।रूसी दखल मामले में मुलर ने जांच की 2016 के चुनाव में रूसी दखल मामले की जांच स्पेशल प्रॉसिक्यूटर रॉबर्ट मुलर ने की थी। अपनी 448 पेज की रिपोर्ट में उन्होंने कहा- रूसी सेना के अधिकारियों ने डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की थी।18 अप्रैल को यह रिपोर्ट कानून मंत्रालय को सौंप दी गई थी। हालांकि रिपोर्ट के आखिर में उन्होंने लिखा कि रूसी दखल के मामले में पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिल सके।मुलर के मुताबिक- ट्रम्प के खिलाफ 10 ऐसे सबूत मिले हैं, जिनमें रूसी दखल मामले की जांच बाधित करने की कोशिश हुई, लेकिन कानून विभाग की जो गाइड लाइन है, उनके मुताबिक वे मौजूदा राष्ट्रपति पर आरोप नहीं लगा सकते।बिडेन ने ट्रम्प की आलोचना की राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार और अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि ट्रम्प साफतौर पर विदेशी दखल को निमंत्रण दे रहे हैं। उनका कहना है कि यह केवल चुनाव और राजनीति से जुड़ा मुद्दा नहीं है बल्कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा भी प्रभावित हो सकती है।
Source: Dainik Bhaskar June 13, 2019 08:06 UTC