हाइलाइट्स जल्लाद देगा एक फांसी, बाकी 3 को जेल का स्टाफकोर्ट के आदेश का सशब्द अमल में लाने के लिए ऐसा किया जाएगाएक ही वक्त चारों दोषियों को फांसी देने के लिए फैसलाकोर्ट ने 22 जनवरी 2020 को सुबह 7 बजे फांसी देने का दिया है आदेशनिर्भया की मां ने कहा, '22 जनवरी को पूरे देश को न्याय मिलेगा'तिहाड़ जेल में बंद निर्भया के चारों दोषियों को फांसी देने के लिए भले ही मेरठ से जल्लाद 2 दिन पहले तिहाड़ पहुंच जाएगा। लेकिन जल्लाद फांसी पर लटकाने के लिए चारों दोषियों के लीवर नहीं खीचेंगा। जल्लाद केवल एक कैदी को फांसी पर लटकाएगा और बाकी तीन को फांसी पर लटकाने के लिए जेल स्टाफ से लीवर खिचवाएं जाएंगे।सूत्रों का कहना है कोर्ट के आदेश का सशब्द अमल में लाने के लिए ऐसा किया जाएगा। कोर्ट ने चारों को फांसी देने के लिए 22 जनवरी की सुबह 7 बजे का समय तय किया है। हालांकि, चारों को फांसी पर लटकाने से पहले तमाम प्रक्रिया को जल्लाद पूरा करेगा। इसलिए जल्लाद के मेहनताने में कोई कटौती नहीं की जाएगी। प्रति फांसी अधिकतम 15 हजार रुपये के हिसाब से चारों के लिए 60 हजार रुपये तक की फीस दी जा सकती है।जेल सूत्रों का कहना है कि 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी पर लटकाने से उनके सेल में ही मंकी कैप जैसे काले कपड़े से चारों के के चेहरे ढक दिए जाएंगे। फांसी से पहले चारों यह नहीं देख पाएंगे कि उन्हें किस जगह और कैसे हालात में फांसी दी जाएगी। उन्हें इसी तरह जेल नंबर-3 तक लाया जाएगा।उन्हें 22 जनवरी की सुबह 5:30 बजे तक ले आया जाएगा। उन्हें फांसी देने वाले चारों हैंगर पर लटकाने का काम किया जाएगा। इससे पहले इनसे प्रथा के तौर पर अंतिम इच्छा पूछने वाली प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। 22 जनवरी की सुबह के सात बजे, चार लोग फांसी देने के लिए हैंगर का लीवर खींच देंगे। इनमें से एक जल्लाद होगा। जेल प्रशासन का कहना है कि फांसी से पहले अगर उनकी कुछ खाने की इच्छा हुई तो जेल प्रशासन उस वक्त कानून के हिसाब से इच्छा पूरी कर सकेगा।