Science News in Hindi: आज से कोई 970 साल पहले, 1054 ईस्वी में लोगों ने आसमान में एक नए तारे को उभरते देखा. मैं जिस पल्सर की बात कर रहा हूं, उसे क्रैब पल्सर के नाम से जाना जाता है, जो हमसे 6,000 प्रकाश वर्ष दूर क्रैब नेबुला के केंद्र में स्थित है.' मेदवेदेव ने क्रैब पल्सर में जेब्रा पैटर्न वाला बताया क्योंकि इसके उत्सर्जन में बैंड फ्रीक्वेंसीज के अनुपात में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम में असामान्य बैंड स्पेसिंग दिखाई देती है. वैज्ञानिकों ने पहली बार 2007 में जेब्रा पैटर्न को नोटिस किया था, लेकिन अब तक कोई इसकी वजह नहीं समझा सका था. मेदवेदव ने पल्सर के प्लाज्मा का घनत्व नापने के लिए एक नई तरीके का इस्तेमाल किया.


Source:   NDTV
November 26, 2024 13:59 UTC