बसें सिर्फ कागज में बंद, लग रहा है जामचेतकपुरी से एजीपुल के बीच में स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम का काम चल रहा है। इस वजह से यहां पर जाम लग रहा है। जाम को देखते हुए पुलिस ने यहां से बसों के गुजरने पर प्रतिबंध लगाया था। लेकिन यह आदेश केवल कागजी ही रहा। क्योंकि प्रतिबंध के बाद भी यहां से बसें गुजर रही हैं और जाम की समस्या बढ रही है।चेतकपुरी से एजी पुल के बीच रोक के बाद भी दो बसें सड़क से गुजरीं और जाम में फंस गईं।HighLights एसपी ने दिया था यात्री बसों को आउटर से डायवर्ट करने का आदेश, नहीं हो रहा पालन चेतकपुरी से एजी पुल के बीच स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम कार्य की वजह से प्रभावित है ट्रैफिक प्रतिबंध होने के बाद भी लगातार गुजर रही हैं बसें, जिससे लग रहा है ट्रैफिकनईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। चेतकपुरी से एजी पुल के बीच स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम कार्य के चलते खोदी गई सड़क से ट्रैफिक बदहाल है। दो दिन पहले पुलिस अधिकारियों ने यहां पहुंचकर ट्रैफिक व्यवस्थित करने के लिए प्लानिंग की थी। यात्री बसों को आउटर से ही डायवर्ट करने के आदेश एसपी धर्मवीर सिंह ने जारी भी किए, लेकिन यह आदेश सिर्फ कागज तक ही सीमित रहा।हकीकत में यहां से यात्री बसें अब भी गुजर रही हैं। इसके चलते जाम लग रहा है। सोमवार को यात्री बसों के कारण जाम लगना शुरू हुआ, इसके बाद ट्रैफिक अव्यवस्थित ही रहा। नईदुनिया टीम ने यहां पहुंचकर हकीकत जानी। चेतकपुरी की ओर से एक ही मार्ग से ट्रैफिक गुजर रहा था। यहां सड़क के बीच में डिवाइडर लगाकर वाहनों को डायवर्ट किया गया। झांसी रोड बस स्टैंड और कंपू से आने वाली बसों को इस रूट पर प्रतिबंधित किया गया था।इसके बाद भी यात्री बसें यहां से गुजर रही थीं। इस वजह से यहां जाम लगना शुरू हुआ। ट्रैफिक पुलिस का जवान यहां मौजूद था, लेकिन बस चालकों को रोका नहीं। बसें यहां से निकलती रही और जाम लगता रहा। स्कूल बसों को लेकर भी कोई प्लानिंग नहीं की गई। दोपहर में जब स्कूलों की छुट्टी हुई तो स्थिति और बिगड़ी। इस स्थिति पर रोजाना परेशानी आती है और व्यवस्था को लेकर उदासीनता है। एक जवान के भरोसे उलझता ट्रैफिक यहां पिछले करीब 15 दिनों से ट्रैफिक उलझ रहा है। अब एक ही तरफ की सड़क चालू है। इस पर तीन ओर से ट्रैफिक आ रहा है। हरिशंकरपुरम से भी वाहन यहां आकर मिल रहे हैं, जबकि इसे लेकर प्लानिंग की गई थी। बसें भी आ रही हैं। इससे ट्रैफिक व्यवस्था अब भी बदहाल है। यहां ट्रैफिक व्यवस्थित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस का एक जवान तैनात है। जबकि यहां कम से कम तीन ट्रैफिक प्वाइंट लगाए जाने की जरूरत है। विवेकानंद तिराहे से ही अगर बसों को रोक दिया जाएगा तो बसें यहां से आगे नहीं बढ़ेंगी।