असम में धान की खेती ज्यादा होती है, लेकिन किसानों के द्वारा मक्का की फसल को अपनाएं जाने पर मक्का की खेती धान की फसलके मुकाबले ज्यादा होने लगी है. पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले असम के किसानों में अब मक्के की खेती को लेकर दिलचस्पी बढ़ रही है. वहां धान का एरिया घट रहा है और मक्का का एरिया बढ़ रहा है. IIMR के सीनियर साइंटिस्ट शंकर लाल जाट का कहना है कि असम में मक्के की खेती के अनुकूल मौसम और मिट्टी है. वजह यह है कि पोल्ट्री फीड के लिए मक्के की मांग बढ़ ही रही है, साथ में इथेनॉल उत्पादन के लिए उत्पादन बढ़ना बहुत जरूरी है.