जबकि विशेषज्ञों का मत है कि असिंचित क्षेत्रों में वृक्षारोपण का आदर्श समय जुलाई-अगस्त होना चाहिए. वृक्षारोपण की नौटंकीयह स्थापित तथ्य है कि भारत में मानसून आमतौर पर 15 जून के पश्चात ही सक्रिय हो पाता है. पर पर्यावरण दिवस के नाम पर सरकारी वृक्षारोपण की खानापूर्ति 5 जून को ही होना अनिवार्य है. हर साल नवीन वृक्षारोपण, पुराने वनों के सुधार, पड़ती भूमि संरक्षण आदि तरह-तरह की योजनाएं बनाकर सरकार से जनता के पैसे लो, वृक्षारोपण की नौटंकी करो, फिर भगवान से दुआ करो कि सारे पौधे मर जाएं. इस तरह ये उद्योगपतियों के लिए कॉलोनाइजर के लिए जमीन बचाकर ये देश का भारी कल्याण कर रहे हैं.