राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव में जीत के बाद भाजपा ने तीन दिसंबर, 2023 को ‘400 पार’ और मोदी सरकार की ‘हैट्रिक’ का नारा दिया. दक्षिण भारत भाजपा की राजनीति की सबसे कमजोर कड़ी है. वहां की 131 लोकसभा सीटों में से 2019 में भाजपा सिर्फ 29 ही जीत पायी थी, यानी कांग्रेस से केवल एक ज्यादा. जाहिर है, पिछले लोकसभा चुनाव में अपने दम पर 303 सीटें जीतनेवाली भाजपा के 400 पार के लक्ष्य की राह में चुनौतियां अपार हैं. दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन अभी तक संयोजक और सीटों के बंटवारे पर ही अटका है, साझा न्यूनतम कार्यक्रम और संयुक्त चुनाव प्रचार की रणनीति तो दूर की बात है.