आज की इस खबर में हम आपको नौनो यूरिया के बारे में बताएंगे, जो एक प्रकार का तरल उर्वरक है. ये उर्वरक के रूप में पौधों की नाइट्रोजन की आवश्यकता को पूरा करता हैं क्योंकि नैनो यूरिया पौधों के लिए जैव उपलब्ध है और इसके वांछनीय कण का आकार लगभग 20-50 नैनो मीटर है. विशेषज्ञों के अनुसार, नैनो यूरिया का 2-4 एमएल प्रति लीटर पानी (या 250 मिली / एकड़ 125 लीटर पानी में) के घोल का खड़ी फसल में छिड़काव करना चाहिए. इसकी अवशोषण क्षमता 80 प्रतिशत से भी अधिक पाई गई है, जो कि सामान्य यूरिया की तुलना में बहुत अधिक है. नैनो यूरिया (तरल) के प्रयोग द्वारा फसल उत्पादन बढ़ाने के साथ यूरिया की आवश्यकता को 50% तक कम किया जा सकता है.