इसके बाद कांग्रेस ने स्थानीय मतदाताओं से अपील की कि वे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर ‘नोटा' (उपरोक्त में से कोई नहीं) का बटन दबाकर भाजपा को सबक सिखाएं. चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस ने शुक्रवार को मतदान के दौरान तीन मतदान केंद्रों के पास ‘‘नोटा'' के प्रचार के लिए अपनी मेज लगाई, तो इन्हें भी भाजपा की कथित शह पर हटवा दिया गया. उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद ‘नोटा' के बटन को सितंबर 2013 में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में शामिल किया गया था. इसे दलों की ओर से दागी उम्मीदवारों को मैदान में उतारने से हतोत्साहित करने के लिए मतदान के विकल्पों में जोड़ा गया था. उन्होंने एक महिला पीठासीन अधिकारी पर आरोप लगाया कि वह मतदाताओं से 'नोटा'' का बटन दबाने को बोल रही हैं.