Jharkhand Election झारखंड में कांग्रेस पार्टी के लिए दूसरे चरण के चुनाव में साख बचाना बड़ी चुनौती है। पार्टी 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जिनमें से 9 सीटों पर पहले से कांग्रेस के विधायक हैं। दो मंत्रियों और दो पूर्व मंत्रियों की सीटें भी इस चरण में हैं। कांग्रेस को अपना प्रदर्शन दोहराना होगा तभी पार्टी की साख बचेगी।आशीष झा, रांची। झारखंड में दूसरे चरण के चुनाव में भले ही कांग्रेस महज 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही हो, पार्टी के सामने साख बचाने की बड़ी चुनौती है। यह बात सीनियर लीडरशिप भी जान रही है सो वो भी लगातार निगरानी कर रही है।जिन 13 सीटों पर चुनाव कांग्रेस लड़ रही है उनमें से आठ सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं और यह प्रदर्शन दोहराना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है। इसी चरण में कांग्रेस के दो मंत्रियों और इसी सरकार के दो पूर्व मंत्रियों के क्षेत्र में चुनाव होना है। कांग्रेस के लिए यह जादुई आंकड़ा पाना बड़ी उपलब्धियों की श्रेणी में रही है। पिछले विधानसभा का परिणाम कांग्रेस के लिए उत्साहवर्द्धक रहा था। इरफान अंसारी जामताड़ा से मैदान मेंदूसरे चरण में निर्धारित सीटों पर कांग्रेस के लिए दो सीटें अधिक महत्वपूर्ण हैं। इन सीटों पर वर्तमान सरकार में मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और दीपिका पांडेय सिंह की सीटें हैं। ग्रामीण विकास मंत्री इरफान अंसारी जामताड़ा से हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरे हैं तो कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह महागामा से दूसरी पारी की तैयारी में हैं। इन दो सीटों के अलावा दो पूर्व मंत्रियों की सीटें भी कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है। पार्टी के पूर्व मंत्री और विधायक दल के नेता रहे आलमगीर आलम के क्षेत्र पाकुड़ के परिणाम को लेकर सभी मंथन कर रहे हैं।