धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chaturmas 2024: सनातन धर्म में चातुर्मास का विशेष महत्व है। इसकी शुरुआत आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से होती है। इस दिन देवशयनी एकादशी मनाई जाती है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि देवशयनी एकादशी तिथि से भगवान विष्णु क्षीर सागर में विश्राम करने चले जाते हैं। वहीं, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जागृत होते हैं। इस तिथि पर देवउठनी एकादशी मनाई जाती है। भगवान विष्णु के योग निद्रा में जाने की तिथि से लेकर जागृत होने की तिथि तक कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इस अवधि को चातुर्मास कहा जाता है। चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। अगर आप भी भगवान विष्णु की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो चातुर्मास के दौरान जग के नाथ की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय रोजाना भगवान विष्णु के 108 नामों का मंत्र जप करें।भगवान विष्णु के 108 नाम1. ऊँ श्री यशोदानन्दनयाय नम:11. ऊँ श्री विशुद्धात्मने नम :16. ऊँ श्री श्री यदुश्रेष्ठाय नम:42. ऊँ श्री धनेश्वराय नम:103.ऊँ श्री भगवते नम:104.