-सीरीज की शुरुआत होने से पहले सभी की तरह मैं भी मान रहा था कि यह काफी कड़ी सीरीज होगी। कुछ लोगों ने भारत को भी दावेदार बताया था लेकिन अब मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया यह सीरीज जीतेगा। उसके प्रदर्शन ने मुझे प्रभावित किया है।’कई पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर भारतीय कप्तान विराट कोहली के मैदान में व्यवहार की आलोचना कर रहे हैं। आप इस बारे में क्या सोचते हैं? -विराट ने अपने पूर्ववर्ती कप्तान सौरव गांगुली की परंपरा को जारी रखा है। वह किसी भी समय अपने फैसले से पीछे नहीं हटे और बाकी खिलाड़ियों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित किया। वह इस खेल में कई रंग लेकर आए हैं। कभी-कभी वह दायरे से बाहर भी काम करते हैं लेकिन मुझे अभी भी लगता है कि वह क्रिकेट की इज्जत करते हैं। वह खेल के इतिहास का भी सम्मान करते हैं। मुझे लगता है कि उनके जैसे नेतृत्वकर्ता की भारतीय टीम को जरूरत है। सिर्फ तकनीकि दृष्टि से नहीं बल्कि नेतृत्व की दृष्टि से भी वह अपनी विरासत छोड़ कर जाएंगे। विराट वह व्यक्ति हैं जिन्होंने गांगुली की विरासत को आगे बढ़ाया है।’पर्थ में टीम हार गई लेकिन विराट ने शतक लगाया। आपने वह पारी देखी? -पिछले टेस्ट में लगाया गया उनका शतक इस बात का उदाहरण है कि वह कितने अच्छे खिलाड़ी हैं। आधुनिक क्रिकेट में ज्यादातर टीमों और क्रिकेटरों को घर से बाहर खेलने में दिक्कत आती हैं क्योंकि वर्तमान कार्यक्रम किसी को दूसरे देश के अनुकूल खुद को ढालने के लिए उतना समय नहीं देता जितनी उसको जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि वह तकनीकी रूप से कितने दक्ष खिलाड़ी हैं।’जब ऑस्ट्रेलियाई टीम सैंड पेपर से गेंद में छेड़छाड़ पर फंसी तो पूर्व कोच के तौर पर आपको कैसा लगा? -दक्षिण अफ्रीका में जो हुआ मैं उस संस्कृति की बात कर रहा हूं। मुझे लगता है कि वह जोरदार, आक्रामक, घमंडी, विपक्ष को कमतर आंकना और विनम्रता की कमी होना था। ये शब्द इस बात को रेखांकित करते हैं कि बॉल टेंपरिंग विवाद से पहले तक टीम के अंदर किस तरह की संस्कृति थी।’आपके समय में भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से भिड़ जाते थे। क्या आप उसे सही मानते हैं? -मुझे लगता है कि टीम के आसपास खराब नेतृत्व था। यह कप्तान, उप कप्तान और मैनेजर पर निर्भर करता है। यह हर उस व्यक्ति पर निर्भर करता है जिसकी भी टीम के बर्ताव और कार्यो के प्रति जरा सभी जवाबदेही है।’ मैदान में आकस्मिक भिड़ंत और व्यक्तिगत हमले के बीच में आप अंतर कैसे करते थे?
Source: Dainik Jagran December 22, 2018 06:56 UTC